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टैक्सी चालकों से शहरवासी रहे सावधान, कभी भी आपके साथ हो सकता अनहोनी

टैक्सी चालकों से शहरवासी रहे सावधान, कभी भी आपके साथ हो सकती है अनहोनी

टैक्सी चालकों से शहरवासी रहे सावधान, कभी भी आपके साथ हो सकता अनहोनी
बीकानेर। छोटी काशी के नाम से बीकानेर की पावन धरा को जाना जाता है लेकिन इस छोटी काशी में पहले महिलाएं लड़कियां व आमजन अपने आपको सुरक्षित समझता था। मगर पिछले कुछ सालों से इस बीकानेर को किसी की नजर लग गई है जिससे अपराध की ग्राफ इतना बढ़ गया कि आप ओर हम सोच ही नहीं सकते है। नशे ने घर जमा लिया है। हम बात कर रहे है शहर मे चलने वाले तिपाहिया वाहनों की जिन्होंने पिछले काफी महिनों से कई ऐसी घटनाएं घटित हो गई है लोग अपनी घर की महिलाओं व लड़कियों को टैक्सी चालक के साथ भेजने में कतराते है क्योकि टैक्सी चालक लूटपाट मारपीट छेडखानी की घटनाएं सामने आ रही है। अगर रात को कोई युवक इन में सवारी करता है तो डरता डरता करता है कई ये मेरे साथ मारपीट कर लूटपाट नहीं कर ले। क्योकि कुछ टैक्सी चालक नशेड़ी है जो रात को नशे का सेवन करके तिपाहिया वाहन शहर की सडक़ों पर देर रात खाली दौड़ते रहते है। ऐसी ही एक घटना सदर थाना इलाके में घटित हुई जहां पर एक टैक्सी चालक ने एक सवारी को उसके स्थान पर छोडऩे के जगह नहीं ले जाकर रास्ते में ही रोककर उसके साथ मारपीट कर उसके साथ लूटपाट की धटना का अंजाम दिया। मजे की बात तो ये है कि पीडि़त थाने गया लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की इस तरह पुलिस की मदद नहीं करने से बदमाशों के हौसलें बुलंद होते जा रहे है। पुलिस को आपबीती बताई। इसके बावजूद पुलिस ने ना ही उसकी कोई रिपोर्ट दर्ज की और ना ही सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने महज घटनास्थल का दौरा कर पीडि़त के मोबाइल नंबर लेकर उसे घर भेज दिया। पीडि़त पप्पुराम ने अपने साले रतनलाल को फोन कर घटना की जानकारी दी।
टैक्सी चालकों में नहीं है मानवता
टैक्सी चालकों में मनावता तक खत्म हो चुकी हे अगर कोई शव ले जाने या डिलेवरी महिला को अस्पताल ले जाने का कहे तो ये तुरंत मना कर देते है। जबकि कई टैक्सी स्टैण्डों पर ये टैक्सी चालक खाली खड़े रहकर लूडो व घोडी पासा पर जुआ खेलते नजर आते है। बड़ा बाजार, घुमचक्कर जैसे टैक्सी स्टैण्डों पर तो चालकों ने सारी हदे ही पार कर रखी है। इनकी मानवता कही नहीं हे ये दिनभर बेवजह स्टैण्ड पर खड़े रहते है आते जाते कही नहीं है बस पूरा रास्ता जाम करके खड़े रहते है। अभी मौहल्लेवासियों ने इसका विरोध भी किया था कि इस घुमचक्कर पर एक भी टैक्सी नहीं हो तो कुछ टैक्सी चालक झगड़े पर उतर जाते है। इस बात को लेकर पिछले 10 दिन से लगातार मौहल्लेवासियों व टैक्सी चालकों के बीच खीचातान बनी हुई है। अगर कोतवाली पुलिस ने समय पर इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है।
तिपहिया चालकों पर कोई निगरानी नहीं
शहर में रात में चलने वाले तिपहिया वाहन चालकों पर कोई निगरानी नहीं की जा रही है। शहरभर में रातभर तिपहिया चलते हैं जो रात के समय बाहर से आने-जाने वाले यात्रियों को गंतव्य स्थान तक छोडऩे का काम करते हैं।तिपहिया वाहन चालकों की ओर से शहर में कई बार लूटपाट की घटनाओं की बातें सामने आ चुकी हैं। इसके बावजूद पुलिस रात में चलने वाले तिपहिया वाहनों पर कोई निगरानी नहीं रख रही है।

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