बीकानेर: 53 साल पुरानी यादों में खोए, मिले तो खिले चेहरे, कुछ साथियों को ढूंढती रहीं नजरें - Khulasa Online बीकानेर: 53 साल पुरानी यादों में खोए, मिले तो खिले चेहरे, कुछ साथियों को ढूंढती रहीं नजरें - Khulasa Online

बीकानेर: 53 साल पुरानी यादों में खोए, मिले तो खिले चेहरे, कुछ साथियों को ढूंढती रहीं नजरें

बीकानेर। स्कूल प्रांगण और कक्षा कक्षों में कभी धम्मा-चौकड़ी और उछल-कूद करने वाले विद्यार्थी शनिवार को जब 53 वर्षों के बाद मिले तो अपने पुराने सहपाठियों को देखते ही स्कूली जीवन की पुरानी यादों में खो गए। चेहरे खिल उठे। स्कूल की शरारतों, अध्यापकों के संस्मरणों में खो गए। इस बीच जब कुछ सहपाठियों के अब नहीं रहने की जानकारी मिली, तो आंखें भी नम हुईं। अपने बिछड़े कुछ साथियों को नजरें ढूंढने में लग गईं। यह अवसर था बी के माध्यमिक विद्यालय के पूर्व साथियों के स्नेह संगम का। जिसका आयोजन लक्ष्मी हैरिटेज में हुआ। पूर्व विद्यार्थियों के बैच मीट के साक्षी रहे शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, महापौर सुशीला कंवर और राजस्थान हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधिपति माणक मोहता। पूर्व सहपाठियों ने स्नेह संगम में लंबी बातें कीं। पुरानी यादों में खोए। स्कूली दिनों को याद किया। कुछ अध्यापकों के किस्से-कहानियां भी चले। करीब 53 साल पहले के विद्यार्थी अब लगभग 70 साल या इससे अधिक आयु के हैं। अपने परिवारजनों के साथ आए। कुछ को वृदावस्था के कारण चलने-फिरने में दिक्कत है। जब मिले, तो अपने सहपाठी को देखते ही कहा- बूढो हुय ग्यो है क्या,क्यू ढचकतो चालै है। दो दिवसीय स्नेह संगम के पहले दिन पूर्व सहपाठियों ने मेल-मुलाकात की। आयोजन संयोजक कन्हैया लाल कल्ला के अनुसार पौधरोपण हुआ। संगीत संध्या हुई। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन रविवार को विभिन्न गतिविधियां होगी। चन्द्र प्रकाश बिनानी के अनुसार विद्यालय के दिवंगत पूर्व विद्यार्थियों के परिवारजनों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।

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