सरकारी कर्मचारी-पेंशनर्स को बायोमेट्रिक से मिलेगा इलाज! - Khulasa Online सरकारी कर्मचारी-पेंशनर्स को बायोमेट्रिक से मिलेगा इलाज! - Khulasa Online

सरकारी कर्मचारी-पेंशनर्स को बायोमेट्रिक से मिलेगा इलाज!

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निशुल्क इलाज की मंशा को पूरा करने के लिए लागू राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम यानी क्रत्र॥स् में जल्द ही बायोमेट्रिक सिस्टम लागू होगा.सभी सरकारी कर्मचारी-पेंशनर्स को अस्पतालों में बायोमेट्रिक पहचान दर्ज करानी होगी, ताकि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े के अंदेशे में ट्रीटमेंट में देरी ना हो.वित्त विभाग के निर्देश के बाद अब राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम प्रशासन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है.आखिर है होगी नई व्यवस्था और योजना कैसे लाभार्थियों के लिए बन रही संजीवनी, इसको लेकर योजना की प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिप्रा विक्रम से खास बातचीत की.बीपी-शुगर समेत सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध !राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम की पीडी शिप्रा विक्रम का दावा प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिप्रा विक्रम से फस्र्ट इंडिया की खास बातचीत उन्होंने कहा कि बीपी-शुगर की किसी भी दवा पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है जो दवाएं पूर्व में दी जा रही थी, वो आज भी मरीजों को उपलब्ध हो रही है
सिविल सर्विसेज मेडिकल अटेण्डेंस रूल्स 2013 के तहत मिल रही दवाएं जिन दवाओं को पहले पुर्नभरण नहीं होता था, जैसे मल्टीविटामिन इत्यादि सिर्फ उन्हीं दवाओं को योजना के तहत उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है मरीजों को जो इंजेक्शन चिकित्सक की देखरेख में ही लगाए जा सकते है
उन इंजेक्शनों के लिए ही ये नियम है कि अस्पताल में ही लगाए जाए ये कुछ लोगों ने भ्रांति पैदा की है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है किसी को कोई दिक्कत हो तो वे क्रत्र॥स् दफ्तर में सम्पर्क कर सकते है रैफर केस में दूसरे चिकित्सक से भी मिल रहा परामर्श !:राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम की पीडी शिप्रा विक्रम का बयान उन्होंने कहा कि क्रत्र॥स् लाभार्थियों की सुविधा के लिए ही है नियम
एक अस्पताल में कोई चिकित्सक करता है मरीज को दूसरी जगह रैफर तो ऐसी स्थिति में मरीजों को दूसरी पर्ची कटवाने की नहीं जरूरत रैफर पर्ची के आधार पर लाभार्थी दूसरे चिकित्सक से ले सकता परामर्श-यदि लाभार्थी एक दिन में अलग अलग अस्पतालों में लेना चाहता है परामर्श
-तो उसके लिए योजना में किसी भी तरह की बंदिश नहीं है
-योजना का लाभ न सिर्फ राजस्थान के अस्पतालों में मिल रहा है-बल्कि रैफरल केस में दूसरे शहरों के 14 अस्पतालों में भी मिल रहा है चार दिनों में पठान को मिले प्यार से पिछले चार सालों को भूल गया हूं: शाहरुख खान मरीजों को फ्री इलाज, दवा दुकानदारों को मिल रहा रोजगार:
-सीएम गहलोत की राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम का दोहरा फायदा-योजना की पीडी शिप्रा विक्रम की फस्र्ट इंडिया से खास बातचीत-उन्होंने कहा, योजना में एक तरफ जहां मरीज को मिल रहा फ्री इलाज वहीं दूसरी ओर दवा दुकानदारों को रोजगार भी उपलब्ध हुआ है दवा दुकानों के भुगतान की नई व्यवस्था लागू है,जिसमें कुछ दिक्कतें थी-लेकिन अब सिस्टम पूरी तरह से ट्रेक पर काम कर रहा है सभी दुकाओं का भुगतान समय पर करने के लिए हम प्रयासरत है!
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निशुल्क इलाज की मंशा को पूरा करने के लिए लागू राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम यानी क्रत्र॥स् में जल्द ही बायोमेट्रिक सिस्टम लागू होगा.सभी सरकारी कर्मचारी-पेंशनर्स को अस्पतालों में बायोमेट्रिक पहचान दर्ज करानी होगी, ताकि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े के अंदेशे में ट्रीटमेंट में देरी ना हो.वित्त विभाग के निर्देश के बाद अब राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम प्रशासन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है.आखिर है होगी नई व्यवस्था और योजना कैसे लाभार्थियों के लिए बन रही संजीवनी, इसको लेकर योजना की प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिप्रा विक्रम से खास बातचीत की.बीपी-शुगर समेत सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध !राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम की पीडी शिप्रा विक्रम का दावा प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिप्रा विक्रम से फस्र्ट इंडिया की खास बातचीत उन्होंने कहा कि बीपी-शुगर की किसी भी दवा पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है जो दवाएं पूर्व में दी जा रही थी, वो आज भी मरीजों को उपलब्ध हो रही है सविल सर्विसेज मेडिकल अटेण्डेंस रूल्स 2013 के तहत मिल रही दवाएं जिन दवाओं को पहले पुर्नभरण नहीं होता था, जैसे मल्टीविटामिन इत्यादि सिर्फ उन्हीं दवाओं को योजना के तहत उपलब्ध नहीं कराया जा रहा मरीजों को जो इंजेक्शन चिकित्सक की देखरेख में ही लगाए जा सकते है उन इंजेक्शनों के लिए ही ये नियम है कि अस्पताल में ही लगाए जाए ये कुछ लोगों ने भ्रांति पैदा की है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं ह किसी को कोई दिक्कत हो तो वे क्रत्र॥स् दफ्तर में सम्पर्क कर सकते है रैफर केस में दूसरे चिकित्सक से भी मिल रहा परामर्श !:राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम की पीडी शिप्रा विक्रम का बयान उन्होंने कहा कि क्रत्र॥स् लाभार्थियों की सुविधा के लिए ही है नियम एक अस्पताल में कोई चिकित्सक करता है मरीज को दूसरी जगह रैफर तो ऐसी स्थिति में मरीजों को दूसरी पर्ची कटवाने की नहीं जरूरत रैफर पर्ची के आधार पर लाभार्थी दूसरे चिकित्सक से ले सकता परामर्श-यदि लाभार्थी एक दिन में अलग अलग अस्पतालों में लेना चाहता है परामर्श-तो उसके लिए योजना में किसी भी तरह की बंदिश नहीं है-योजना का लाभ न सिर्फ राजस्थान के अस्पतालों में मिल रहा है-बल्कि रैफरल केस में दूसरे शहरों के 14 अस्पतालों में भी मिल रहा हैचार दिनों में पठान को मिले प्यार से पिछले चार सालों को भूल गया हूं: शाहरुख खानमरीजों को फ्री इलाज, दवा दुकानदारों को मिल रहा रोजगार:-सीएम गहलोत की राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम का दोहरा फायदा योजना की पीडी शिप्रा विक्रम की फस्र्ट इंडिया से खास बातचीत-उन्होंने कहा, योजना में एक तरफ जहां मरीज को मिल रहा फ्री इलाज-वहीं दूसरी ओर दवा दुकानदारों को रोजगार भी उपलब्ध हुआ है दवा दुकानों के भुगतान की नई व्यवस्था लागू है,जिसमें कुछ दिक्कतें थी-लेकिन अब सिस्टम पूरी तरह से ट्रेक पर काम कर रहा है-सभी दुकाओं का भुगतान समय पर करने के लिए हम प्रयासरत है

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