
आमजन से जुड़ी यह खबर,आप भी जानें



मौसमी बीमारियों के मरीजों का रिकॉर्ड रहेगा ऑनलाइन खुलासा न्यूज,बीकानेर। प्रदेश में कोरोना, स्वाइन फ्लू, मलेरिया, डेंगू सरीखी मौसमी बीमारियों के मरीजों की क्लीनिकल हिस्ट्री को महज एक क्लिक पर देखा जा सकता है। इसके लिए किसी भी मरीज के आते ही अस्पताल की ओर से आइडी बनाकर मरीज की पूरी जानकारी साफ्टवेयर में दी की जाएगी। इसके आधार पर किसी भी अस्पताल में जाने पर मरीज की आइडी के आधार पर चिकित्सकों की ओर से देखा जा सकेगा। गौरतलब है कि इसके लिए नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के तहत नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन बनाया जा रहा है। इसलिए उठाया कदम सरकार ने ये फैसला वर्तमान हालातों के बाद किया है। कोरोना महामारी के दौरान पता चला कि मौसमी बीमारियों के मरीज सरकारी या निजी अस्पताल जाते हैं लेकिन मरीज की बीमारी की पूरी हिस्ट्री का पता नहीं लगने पर अंदाज से इलाज किया जाता है। वजह चिकित्सक को उपचार के दौरान पता नहीं लग पाता है कि मरीज की पहले कभी कोई जांच हुई है या उसका किसी तरह का टीकाकरण हुआ या नहीं। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसी भी महामारी से लडऩे के लिए नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत एक डॉक्टर, हेल्थ फैसिलिटी जैसे हॉस्पिटल, क्लीनिक व लैब को जोडऩे के लिए कवायद शुरू की है।
मरीज की सहमति होगी जरूरी पिछले दिनो केन्द्र सरकार की ओर से घोषित डिजीटल प्लेटफार्म योजना के तहत एएनएम या आशा सहयोगिनों को टेबलेट या लैपटॉप दिया जाएगा। जिसके जरिए वे एंट्री करेंगी। साथ ही किसी भी क्षेत्र विशेष में लगातार एक ही बीमारी के मरीज मिलने पर विभाग की ओर से सर्वे करवाया जाएगा। जिससे समय रहते ही बीमारी पर रोक लगाई जा सके। गौरतलब है कि अस्पताल या चिकित्सक संबंधित मरीज की सहमति मिलने के बाद ही सिस्टम के जरिए मरीज के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले सकेंगे।
