सप्ताह में एक दिन हो नो व्हीकल-डे, मंत्री ने राज्य और केन्द्र सरकार से की मांग
पेट्रोलियम पदार्थो के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सक्षम-2022 (संरक्षण क्षमता महोत्सव) कार्यक्रम का आज जयपुर के इंद्रलोक सभागार में उद्घाटन किया गया। 30 अप्रैल तक चलने वाले इस महोत्सव का उदघाटन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने किया। इस मौके पर खाचरियावास ने एनर्जी के दूसरे स्त्रोतों का उत्पादन के साथ ही उसके बेहतर उपयोग और मौजूदा पेट्रोलियम स्रोतों के संरक्षण पर जोर दिया। इस मौके पर उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार ने सप्ताह में एक दिन नो व्हीकल डे घोषित करने की भी बात कही।
उन्होंने कहा कि सरकारें मिलकर सप्ताह में एक दिन का नो व्हीकल डे घोषित करें। इससे न केवल मनुष्य का आमजन का शरीर तो ठीक होगा ही। इससे पर्यावरण अच्छा रहेगा और हमारा ईधन भी काफी बचेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह ईधन की खपत तेजी से बढ़ रही है। उससे लोगों के साथ-साथ राज्य और देश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। हर रोज पेट्रोलियम पदार्थ महंगे होते जा रहे है। अब नया जमाना आ रहा है और लोगों को एनर्जी के नये स्त्रोत की जरूरत है। सोलर, विंड के अलावा हाइड्रोजन हो या कोई अन्य विकल्प हमें इस पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। इस कार्यक्रम में आए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि. (आईओसीएल) के कार्यकारी निदेशक सुनील गर्ग ने कहा कि आज भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा देश है। जहां पेट्रोलियम या अन्य दूसरे ऊर्जा के स्रोतों की खपत होती है। हम समय आ गया है कि हमें दूसरे नेच्युरल स्रोतों को बेहतर तरीके से उपयोग करके पेट्रोल-डीजल की बचत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का उदेश्य भी यही है। इस महोत्सव में स्कूल-कॉलेज के बच्चों से डिबेट और ग्रुप टॉक के जरिए पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और नये विकल्प पर विचार विमर्श करेंगे।
इसके अलावा पेंटिंग प्रतियोगिता, एग्रिकल्चर सेक्टर से जुड़े किसानों से ग्रुप डिस्कशन और फ्यूल एफिशिएंट ड्राइविंग प्रातियोगिता आयोजित करके लोगों को पेट्रोल-डीजल बचाने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसी तरह पूरे राजस्थान के पेट्रोल-डीजल और एलपीजी वितरकों को शामिल करके एक वॉकॉथन का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 17 अप्रैल को पूरे देश में 300 शहरों में साइकिल रैली का भी आयोजन किया जाएगा।