हिरण का शिकार कर भागे ग्रामीणों ने चाचा भतीजे को दबोचा - Khulasa Online हिरण का शिकार कर भागे ग्रामीणों ने चाचा भतीजे को दबोचा - Khulasa Online

हिरण का शिकार कर भागे ग्रामीणों ने चाचा भतीजे को दबोचा

बीकानेर जोड़बीड़-गाडवाला कंजर्वेशन एरिया में बाइक पर सवार होकर पहुंचे शिकारियों ने गोली मारकर हिरणों का शिकार किया। वनकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से पीछा कर दो शिकारियों को पकड़ा है। दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं। आरोपियों से मृत हिरण और शिकार में काम लिए हथियार बरामद किए गए हैं। जोड़बीड़-गाडवाला कंजर्वेशन क्षेत्र में दो दिन पहले चिंकारा हिरणों के शिकार की घटना सामने आई है।
गोपालसर गांव निवासी राजेन्द्र बावरी उर्फ राजू और भादरराम बावरी उर्फ भादर बाइक पर सवार होकर जोड़बीड़ कंजर्वेशन क्षेत्र में पहुंचे और वहां चिंकारा हिरणों का शिकार किया। क्षेत्र में रेवड़ चरा रहे ग्रामीण रामा चौधरी ने शिकारियों को देखकर ललकारा और भंवरलाल जाट, रेवंतराम व अन्य ग्रामीणों को मौके पर बुलाया। वनकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। वनकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से शिकारियों का पीछा किया और दोनों शिकारियों को पकड़ लिया।
उनसे टोपीदार बंदूक, दो गंडासे, चाकू, बाइक बरामद किए गए। आरोपियों की निशानदेही पर मृत हिरण भी बरामद किया। कोटड़ी रेंजर हरिराम जाट ने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा, लेकिन उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए।
दो दिन किया शिकार, केस एक ही किया : धारणिया
जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष मोखराम धारणिया ने आरोप लगाया है कि गोपालसर के शिकारियों ने 23 और 24 सितंबर को दो दिन लगातार हिरणों का शिकार किया। चिंकारा हिरणों को मारकर बोर में डाल ले गए। इसके बावजूद वन विभाग ने एक ही दिन का केस दर्ज किया है। इसके अलावा शिकारियों का रिमांड भी नहीं लिया गया। उनसे पूछताछ कर अन्य शिकारियों को नामजद कर हिरण या उनका मांस बरामद करना चाहिए था। जोड़बीड़-गाडवाला कंजर्वेशन क्षेत्र में चिंकारा हिरणों का शिकार गंभीर मामला है, जबकि वहां वनकर्मियों की ड्यूटी रहती है।

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