
नहर में डूबे युवकों के शव पुलिस ने गोताखारों की सहायत से निकाले बाहर






खुलासा न्यूज बीकानेर।
बीकानेर के लूणकरनसर क्षेत्र में मंगलवार सुबह दो सगे भाईयों की नहर में डूबने से मौत हो गई। घटना कस्बे के पास ही स्थित उदेशिया गांव की है, जहां से इंदिरा गांधी नहर की कंवरसेन लिफ्ट है। दोनों भाईयों के शव घटना के दो घंटे बाद भी नहीं मिल सके हैं। मौके पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पहुंच रहे हैं। उदेशिया गांव के रैगर परिवार ने मंगलवार को गणेश पूजन किया था। पूजा के दौरान उपयोग में लिए गए फूलों को यहां-वहां फैंकने के बजाय नहर में विसर्जित कर दिया जाता है। इसीलिए दोनों भाई महेश और जीतू फूल लेकर पहुंचे थे। माना जा रहा है कि दोनों में से एक पहले कूदा है और दूसरा बाद में उसे बचाने के लिए नहर में उतर गया। दोनों ही नहर में बहते हुए आगे चले गए। नहर में इन दिनों पानी तेजी से चल रहा है।घटना का पता तब चला जब लोगों को नहर किनारे पड़ा सामान दिखाई दिया। इसके बाद गांव में सूचना दी गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों को बुलाया गया है जो लगातार नहर में जा रहे हैं। अब तक एक भाई का शव मिला है, जबकि दूसरे का अब तक नहीं मिला।
मौके पर बुरा हाल है तीसरे भाई का
खींयाराम रैगर के दो बेटे तो नहर में डूब गए हैं और तीसरा बेटा भी नहर किनारे खड़ा है। उसकी आंखें नहर से हट ही नहीं रही है। वो अपने दोनों भाईयों को ढूंढ रहा है। हर कोई उसे दिलासा देने की कोशिश कर रहा है लेकिन थोड़ी थोड़ी देर में उसका रो रोकर बुरा हाल हो रहा है। उसी ने बताया कि वो फूल विसर्जित करने के लिए यहां आए थे।


