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राज्य सरकार के आदेशों के बाद भी पटवारी कर रहे हैं मनमानी

महेश देरासरी
खुलासा न्यूज बीकानेर/महाजन । राज्य सरकार जहां बेटियों को हक दिलाने के लिए नित नई योजनाएं बनाती है। वहीं खरीफ फसल 2020 में सूखे से प्रभावित किसानों को कृषि आदान अनुदान वितरण योजना में पिता की जमीन में खातेदारी हिस्सा होने के बाद भी बेटियों को कृषि आदान अनुदान नहीं दिया जा रहा है। जिससे सरकार द्वारा किए जाने वाले बड़े-बड़े दावों की पोल खुल रही है।
राज्य आपदा मोचन निधि एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि के सहायता के मानदंडों में बोई गई फसलों में 33त्न या इससे अधिक खराब होने पर कृषि आदान अनुदान उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा कृषि आदान अनुदान किसानों को दिया जा रहा है। जिसमें राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग नियम बनाकर वास्तविक खातेदारों को उनका कृषि अनुदान मिले । जिसको लेकर लूणकरणसर तहसील क्षेत्र में खातेदारी किसानों से कृषि आदान अनुदान के लिए आवेदन भी ले चुके हैं। मगर पटवारियों की मनमानी के चलते खातेदारी जमीन में पिता की जमीन की हिस्सेदार बेटियां या जो किसान अपने निजी व्यवसाय हेतु गांव से बाहर गए हुए हैं। उनको लाभ नहीं देने का मन बना रखा है। और उनका आवेदन तक लेने के लिए मना कर रहे हैं। राज्य सरकार के नियम अनुसार खातेदार जिले के बाहर का होने की स्थिति में किसी कृषि भूमि की बुवाई की गई है । तो उसमें प्रभावित कृषक को फसल खराबे का अनुदान दिया जाने के लिए उस कृषक का उसी जिले का निवासी होना जरूरी नहीं है। परंतु कृषक से यह शपथ पत्र लेना जरूरी है कि अन्य जिलों में उसकी कोई कृषि भूमि नहीं है। किंतु अन्य जिले में कृषि भूमि होने की स्थिति में उसके आधार पर गणना कर पात्र होने पर ही जिले में स्थित खराब होने के आधार पर अनुदान दिया जाएगा। मगर पटवारियों द्वारा जिले से बाहर होना के कागज देखने पर ही उनके दस्तावेज उन्हें लौटा दिए जाते हैं। साफ मना कर दिया जाता है कि आपके आवेदन नहीं लिए जाएंगे। राज्य सरकार ने तो गैर खातेदारी होने के बावजूद भी उसे अनुदान हेतु पात्र माना गया है। पटवारियों की मनमानी और हठधर्मिता के चलते क्षेत्र के किसानों को खासा मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर पंचायत समिति सदस्य पतराम गोदारा ने लूणकरणसर उपखंड अधिकारी से दूरभाष पर वार्ता की। जिसमें बेटियों को व जिले से बाहर रहने वाले लोगों को कृषि आदान अनुदान योजना का लाभ मिले। जिसमें उपखंड अधिकारी ने उन्हें बेटियों को व जिले बाहर निवास करने वालों को अनुदान मिलने का कहा।
इस विषय को लेकर महाजन ग्राम पंचायत के उपसरपंच श्यामलाल देरासरी एवं कांग्रेस नेता शंकरलाल आचार्य के नेतृत्व में पूर्व सरपंच प्रतिनिधि सद्दाम हुसैन ,पूर्व पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि आशिक हुसैन, पूर्व उप सरपंच कमल संस्कर्ता, पूनम चंद गुर्जर, मुबारक अली महाजन उप तहसील के नायब तहसीलदार महावीर प्रसाद मीणा से मिले ।और उक्त समस्या से अवगत करवाया। जिस पर उन्होंने सभी पात्र खातेदारों को योजना का पात्र बताया। मगर इसके विपरीत पटवारी न तो राज्य सरकारों के आदेशों की पालना कर रहा है और न ही उच्च अधिकारियों की बात मानने को तैयार है। वह सिर्फ अपने काम के बोझ को कम करने को लेकर जमाबंदी में बेटियां व जिले के बाहर रहने वाले किसानों को इस योजना का लाभ नहीं देने का मन बना लिया है। जिससे ग्रामीणो में रोष देखने को मिल रहा है।

इनका कहना है। -:
कृषि आदान अनुदान वितरण को लेकर बेटियों व जिले से बाहर बस रहे किसानों को उसके अनुदान का आवेदन नहीं लिया जा रहा है। ऐसी बात सामने आई थी। मगर इस विषय को लेकर महाजन के नायब तहसीलदार जी को अवगत करवा करवा दिया गया है। और सभी पात्र किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
भागीरथ साख
उपखंड अधिकारी लूणकरणसर

इनका कहना है।
खरीफ फसल 2020 में सूखे से प्रभावित किसानों को राज्य सरकार द्वारा कृषि आदान अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें सभी पात्र काश्तकारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसमें किसान अपना आवेदन पटवारी के यहां कर सकते हैं।
महावीर प्रसाद मीणा
नायब तहसीलदार उप तहसील महाजन

इनका कहना है ।
कृषि आदान अनुदान योजना में उन्हीं किसानों के आवेदन जा रहे हैं जो जमीन खुद वहीं रहकर काश्त कर रहे हैं । जिले के बाहर निवास करने वालों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा । और उनके आवेदन नहीं लिए जाएंगे।
लालू राम गोदारा
अध्यक्ष ,पटवार संघ लूणकरणसर

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