महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद, ​​​​​​​सावों मेंं सब्जियों की मांग अधिक होने से भी बढ़ रहे हैं भाव - Khulasa Online महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद, ​​​​​​​सावों मेंं सब्जियों की मांग अधिक होने से भी बढ़ रहे हैं भाव - Khulasa Online

महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद, ​​​​​​​सावों मेंं सब्जियों की मांग अधिक होने से भी बढ़ रहे हैं भाव

खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिलेभर में सावों के सीजन में महंगाई की मार ने रोजमर्रा की दाल सब्जियों में लगने वाला तड़का भी महंगा कर दिया है। इसके चलते आम आदमी की रसोई का जायका बिगड़ता जा रहा है। लगातार टमाटर, प्याज, सब्जियों व फलों के रेट में उछाल जारी है। टमाटर 80 रुपए प्रति किलो तो प्याज अर्धशतक तक आ गया है। दाल व अन्य सब्जियों का जायका बढ़ाने वाला टमाटर 80 रुपए किलो तक बिक रहा है।टमाटर नहीं होने से दाल व अन्य सब्जियों में स्वाद नहीं आता है। स्वाद बढ़ाने के लिए पहली पसंद टमाटर रहता है। टमाटर सहित अन्य सब्जियों के बढ़े हुए दामों के कारण रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। सावों मेंं सब्जियों की मांग अधिक होने से भाव में बढ़ोतरी हो गई है। शहर में अनेक जगहों पर लगने वाली सब्जी की दुकानों पर सावों के कारण मांग अधिक होने से सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। सब्जी कारोबारी रामलाल ने बताया कि अधिकांश सब्जियों के भाव बढ़े हैं। प्रत्येक सब्जी पर 20 से 40 रुपए तथा कुछ पर उससे भी ज्यादा भाव बढ़ गए हैं।गृहिणी दीपा ने बताया कि हमने तो 5 दिन से टमाटर खरीदे ही नहीं। रसोई में सब्जी बनाने के दौरान अधिकांश सब्जियों के साथ टमाटर का उपयोग किया जाता रहा है। ऐसे में टमाटर में एकदम उछाल आने से रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। इसलिए अब सब्जी में टमाटर की जगह नींबू कंरोजा डाल लेते हैं टमाटर के बिना सब्जी में स्वाद ही नहीं बैठता। इसलिए सब्जी में खटाई का उपयोग करने के लिए नींबू कंरोजा का उपयोग करते हैं, जिससे की रसोई के बजट में संतुलन बना रहे।
14 दिसंबर के बाद रेट के घटने की संभावना
कारोबारी 14 दिसंबर तक सब्जियां के भाव कम होने की संभावना है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सावों के सीजन में मांग बढ़ती है, जिससे ये महंगी हो जाती है। 14 दिसंबर के बाद सावों में कमी आने के कारण भाव कम होने लगेंगे।

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