
हनुमान बेनीवाल बोले- नई पार्टी बनाएं पायलट, हम गठबंधन करेंगे








खुलासा न्यूज। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल ने सचिन पायलट को कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने की सलाह दी है। बेनीवाल ने कहा कि मैंने तो पहले भी कहा था कि सचिन पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं तो हम उनसे गठबंधन करेंगे। मैं तो चाहता हूं, सचिन पायलट का जिस तरह कांग्रेस में बार-बार अपमान हो रहा है। उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। बेनीवाल ने कहा कि मैं पायलट को कहता हूं कि आप अलग पार्टी बनाएं। पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं। जबरदस्त माहौल बनेगा। इसका प्रभाव होगा। कांग्रेस-बीजेपी बहुत पीछे चली जाएगी। हम उनके साथ फिर गठबंधन कर सकते हैं। पायलट के पार्टी बनाने से कांग्रेस की फूट का फायदा मिलेगा। बीजेपी में भी फूट है, उसका भी फायदा होगा। बेनीवाल ने कहा कि सचिन के पिता तो बहुत बड़े नेता थे। उन्होंने मंत्री पद से लेकर बड़े पदों पर काम किया। पायलट खुद भी मंत्री, डिप्टी सीएम रहे। हम लोगों ने पार्टी बनाई। हमारा तो कोई बड़ा बैकग्राउंड ही नहीं था। हम तो कभी सत्ता में नहीं रहे। पिछले 40 साल का सफर हम तो विपक्ष में रहकर ही लड़ते रहे हैं।
बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में फूट है। बीजेपी में 12 से 13 नेता मुख्यमंत्री के दावेदार हैं। हर कोई सीएम बना हुआ है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का अब राजस्थान में प्रभाव नहीं रहा। राजे का प्रभाव होता तो पिछली बार भी वे थीं। रिजल्ट क्या रहा, सबके सामने है। पिछली बार कई सीटों पर मैंने भी मदद की थी। इस बार बीजेपी की राह बिल्कुल भी आसान नहीं है।
कांग्रेस-बीजेपी से कोई गठबंधन नहीं करेगी आरएलपी
बेनीवाल ने कहा- राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस को रोकने के लिए हम काम करेंगे। कांग्रेस और बीजेपी से कोई गठबंधन नहीं होगा। हम सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, बीजेपी के खिलाफ जो भी दल लड़ रहे हैं, राजस्थान में जिसका जैसा प्रभाव है। उससे हम गठबंधन पर विचार करेंगे। अलग-अलग इलाकों में कई दलों का प्रभाव है। कई जगह ट्राइबल पार्टी का प्रभाव है। कई जगह बसपा तो कोई दूसरी पार्टियां भी हैं। गठबंधन पर विचार हो सकता है। बेनीवाल ने कहा कि पिछली बार भी गठबंधन के लिए हमने बात की थी। बीएसपी के साथ बातचीत नहीं हो पाई थी। इसलिए गठबंधन नहीं हो पाया था। राजस्थान का युवा बदलाव चाहता है। कांग्रेस और बीजेपी ने जिस तरह मिलकर राजस्थान को लूटा है, उससे जनता त्रस्त हो चुकी है। जनता दोनों से अब मुक्ति चाहती है। राजस्थान आज क्राइम में टॉप पर आ गया, प्रदेश को बदनाम कर दिया।
राजस्थान में तीसरा मोर्चा अब पहला बनेगा
बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में तीसरा मोर्चा इस बार पहला मोर्चा बनेगा। आरएलपी ने मजबूती से लड़ाई लड़ी है। पिछले उप-चुनावों में बीजेपी का हाल देख लीजिए। मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष के इलाके में उप-चुनाव में बीजेपी तीसरे और चौथे नंबर पर रही। नौजवानों की पहली पसंद हमारी पार्टी है। कोई बड़ी बात नहीं है कि हम लोग इस बार सत्ता के बहुत करीब आ जाएं। हम चाहते हैं कि तीसरे मोर्चे के वोट बंटे नहीं। इस बार हम सब मिलकर दो करोड़ वोट ले सकते हैं। इससे कांग्रेस और बीजेपी सत्ता में आने से रुक जाएगी।
बेनीवाल की पायलट को सलाह के सियासी मायने
हनुमान बेनीवाल पहले भी सचिन पायलट को नई पार्टी बनाने की सलाह दे चुके हैं। अब कांग्रेस की आपसी खींचतान के बीच बेनीवाल ने पायलट को नई पार्टी बनाने पर साथ देने का ऑफर देकर फिर सियासी हलकों में चर्चाएं शुरू कर दी है। राजनीतिक जानकार बेनीवाल के बयान को रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का माना है कि हनुमान बेनीवाल अपनी पार्टी का विस्तार करने और वोट शेयर बढ़ाने के लिए मजबूत गठबंधन साथी की तलाश में है। सचिन पायलट का प्रदेश भर में एक फोलोअर्स बेस है। बेनीवाल की निगाह उन्हीं पायलट समर्थकों पर है। बेनीवाल ने पायलट समर्थकों का ध्यान खींचने के लिए रणनीति के तहत बयान दिया है। इसे नरेटिव और पर्सेप्शन बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
