Gold Silver

बीकानेर, नागौर, जैसलमेर के क्षेत्र में भारी मात्रा में तेल गैस के भंडार

जयपुर । प्रदेश के पश्चिमी जिलों में मौजूद तेल और गैस के भंडारों की खोज का काम और तेज किया जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ऑयल इंडिया को राजस्थान सरकार ने पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर क्षेत्र में पेट्रोलियम और नेचुरल गैस की खोज के लिए लाइसेंस दिया है। करीब 3339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस की खोज का काम किया जाएगा।खान और पेट्रोलियम विभाग के एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल का कहना है- ऑयल इंडिया कंपनी को जैसलमेर, बीकानेर नागौर बेसिन में चार साल के लिए दो ब्लॉक आवंटित किए गए हैं। क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस खोज के दोनों लाइसेंस केंद्रीय पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय की सिफारिश पर जारी किए गए हैं। बीकानेर-जोधपुर में 1520.08 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में और बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में 1819.48 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में यह खोज होगी। ऑयल इंडिया इस क्षेत्र में करीब 95 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे करीब 250 लोगों को प्रत्यक्ष और लगभग हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

राजस्थान में 1.5 लाख वर्ग किलोमीटर में तेल-गैस के भंडार

प्रदेश में पेट्रोलियम बेसिन करीब डेढ़ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हए हैं, इतने बड़े क्षेत्र में तेल गैस के भंडार हैं। बाड़मेर-सांचोर बेसिन में बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर बेसिन में जैसलमेर बीकानेर, बीकानेर-नागौर बेसिन में बीकानेर, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ का हिस्सा शामिल है। प्रदेश में अभी लगभग एक लाख 20 हजार से एक लाख 22 हजार बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का उत्पादन हो रहा हैं वहीं करीब 33 से 35 लाख घनमीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन हो रहा है।

क्रूड ऑयल और गैस के दोहन के लिए लाइसेंस जारी

प्रदेश में क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस के दोहन के लिए 13 लाइसेंस जारी किए हुए हैं, जिसमें वेदांता को 2, ओएनजीसी को 9 और बीपीआरएल के पास 2 लाइसेंस जारी किए हुए हैं। इन पर उत्पादन हो रहा है। पेट्रोलियम खोज के पहले से 14 लाइसेंस जारी हो चुके हैं। इनमें वेदांता को 9, ओएनजीसी को 2 और ऑयल इंडिया को 2 लाइसेंस पहले से जारी है। अब ऑयल इंडिया को दो नए ब्लॉकों में खोज के लिए प्रोसपेक्टिव एक्सप्लोरेशन  (PEL लाइसेंस और जारी किए गए हैं।

Join Whatsapp 26