
राजस्थान के बारे में भाजपा विधायक के इस बयान की हो रही है चर्चा






आपणो राजस्थान है या आपणो हड़ताली स्थान :- विधायक बिश्नोई
खुलासा न्यूज,बीकानेर। नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने आज विधानसभा में बजट सत्र में आय-व्यय अनुमान वर्ष 2021-22 (प्रथम अवस्था) सामान्य वाद-विवाद की चर्चा में भाग लिया । जिसमे पटवारी व विकास अधिकारियों की हड़ताल, डिग्गियों का राज्यांश नही देने, बेवजह किसानों के कृषि कनेक्शन काटने व वीसीआर भरने, दलित अत्याचार, नहरी क्षेत्र में पानी नहीं मिलने से आंदोलनरत किसान, गिरदावरी नहीं होने , कन्या महाविद्यालय खोलने, ए ग्रेड आयुर्वेद अस्पताल खोलने सम्बंधित मांगो पर सरकार का ध्यान खींचा ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि पटवारी हड़ताल पर होने के कारण नोखा में 57 पटवार मंडलों में से 23 पटवार मंडल खाली है जिसके कारण 62 गांव में गिरदावरी नहीं हो पाई साथ ही पूरे प्रदेश में 45000 गांव गिरदावरी से वंचित रह गए हैं गिरदावरी से वंचित रहने का मतलब केसीसी का लोन नहीं मिलना, एमएसपी पर फसल नहीं बेच पाएंगे, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भी दिक्कत आएगी ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि खरीफ की फसल में भी खराबे का सही आकलन नहीं किया गया था । इस संबंध में सरकार, मंत्री व जिला प्रशासन सब को अवगत करवाया गया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया । नहरी तंत्र में पानी नहीं मिल रहा है जगह-जगह आंदोलन हो रहा है । गंगानगर,हनुमानगढ़ , बीकानेर या दूसरे फेज का नहरी बेल्ट के किसान पानी की चिंता कर रहा । डिग्गियों का राज्यांश नहीं मिल रहा । डिग्गियों का पिछले 2 सालों से टारगेट भी नही दिया गया ।
किसानों के 50000 तक के बकाया कृषि कनेक्शनों को जानबूझकर काटा जा रहा किसानों को एक माह का समय फसल पकने तक का नहीं दिया जा रहा है , वीसीआर के नाम पर किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है ।
ग्रामीण विकास की स्थिति किसी से नहीं छिपी चुनाव का क्या हश्र हुवा वो सबको पता है । सरपंच व पंचायत समिति के चुनाव अलग-अलग करवाएं । अभी भी 12 जिलों में पंचायती राज के चुनाव बाकी है । विधायक बिश्नोई ने कहा कि ग्राम पंचायतों के साथ राज्य सरकार बहुत सौतेला व्यवहार कर रही हैं । ग्राम पंचायतों में दो साल से पांचवे वित्त आयोग का पैसा नही मिला । केंद्र ने जो पैसा दिया वो भी ग्राम पंचायत में नही दिया । जिसके कारण 8 मार्च से सरपंच हड़ताल पर जा रहे है राजस्थान में 200 विकास अधिकारी फिलहाल हड़ताल पर चल रहे हैं पदोन्नति की विसंगति को दूर करने की मांग कर रहे हैं इच्छा मृत्यु की मांग की है ।
विधायक विश्नोई ने कहा कि विकास अधिकारी, पटवारी सरपंच हड़ताल पर जा रहे हैं तो आप किस किसान हित की बात करते हो । यह आपणो राजस्थान हैं या आपणो हड़तालीस्थान है ।
विधायक बिश्नोई ने कहा की दलित अत्याचार में एनसीआरबी की रिपोर्ट में राजस्थान दूसरे स्थान पर है तो आप किस दलित हित की बात करते हो ।
विधायक विश्नोई ने कहा नोखा में नहरी पेयजल हेतु परियोजना स्वीकृत की है उसके लिए राज्य सरकार का धन्यवाद करते है । लेकिन उसे जल्दी से जल्द धरातल पर लागू किया जाए । नोखा के चिकित्सालय को जिला चिकित्सालय का दर्जा दिया है इसमें जो भी सुविधा दी जानी है वह तुरंत दी जाए ।
नोखा में आयुर्वेद चिकित्सालय का भवन दानदाता परिवार ओमप्रकाश गट्टानी में बना कर दिया है जिसे ए ग्रेड में क्रमोन्नत किया जाए ।
नोखा में कन्या महाविद्यालय की मांग लंबे समय से की जा रही है । भवन बनाने हेतु दानदाता तैयार है । इसलिए सरकार को नोखा में कन्या महाविद्यालय दिया जाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि किसान हित में असली काम किसने किया है किसकी सरकार में हुए यह सब किसानों को पता है किसान मजबूत हो, स्वयं के पैरो पर खड़ा हो, शाहूकार के चंगुल से छुटे इस हेतु भागीरथी प्रयास भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में किसान क्रेडिट कार्ड देकर किया ।
किसान यूरिया के लिए लंबी लंबी लाइन में लगता था पुलिस के डंडे पड़ते थे । लेकिन नीमकोटेड यूरिया का प्रावधान किसी ने किया तो मोदी सरकार ने किया ।
मिट्टी के स्वास्थ्य की चिंता अगर किसी ने की तो मोदी सरकार ने सोयल हेल्थ कार्ड देकर की ।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, खराबा 50 से 33त्न तक करना , इकाई तहसील मानी जाती थी उसे गांव व खेत तक लेकर आए एवं ओलावृष्टि व अतिवृष्टि को शामिल किया । ऐसे अनेकों किसान हित के कार्य भाजपा की सरकारों में हुवे ।
केंद्र सरकार द्वारा किसान हित में पारित बिलो का जो लोगों विरोध कर रहे हैं वह पहले अपने केंद्र व प्रदेश की सरकारों की घोषणा पत्रों को पढ़ ले जिसमें यह इन बिलों को लागू करने की बात करते हैं ।
एमएसपी पर खरीद हेतु प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम बजट में 20000 करोड़ प्रावधान था जो नरेंद्र मोदी के बजट 2021 में 130000 करोड़ है इसलिए तुलना कीजिए कि किसान हितेषी कौन है और कौन केवल बातें करता है ।


