बीकानेर में कोविड वैक्सीनेशन फर्जीवाड़ा , सिस्टम सवालों के कटघरे में
खुलासा न्यूज, बीकानेर। टीकाकरण के आंकड़े बढ़ाने के चक्कर में स्वास्थ्य महकमा फर्जीवाड़े पर उतारू हो चुका है। जिले की प्रदेशभर में किरकिरी हो रही है। ताजा मामला नापासर से सामने आया है। जहां 22 वर्षीय नंदिनी जोशी ने अभी तक सैकेण्ड डोज लगाई नहीं बल्कि सैकेण्ड डोज लगाने का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया।
एम.एस. कॉलेज में पढऩे वाली छात्रा नंदिनी जोशी ने बताया कि उन्होंने अभी तक प्रथम कोविड डोज लगाई है। स्वास्थ्य विभाग ने सैकेण्ड डोज लगाने का सर्टिफिकेट जारी कर दिया जो सरासर झूठा है। इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही नहीं कहा जा सकता है बल्कि वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ाने का खेल चल रहा है, जिसका पर्दाफाश होना जरूरी है।
व्यवसायी अनिल जोशी का आरोप है कि सीएचसी नापासर में करीबन 4 हजार वैक्सीन का फर्जीवाड़ा किया गया है। उसकी सिस्टर नंदिनी जोशी ने दूसरी कोविड डोज लगाई ही नहीं बल्कि सीएचसी प्रभारी डोनी राठी ने फर्जीवाड़ा करते हुए सैकेण्ड डोज लगाना दर्शा दिया। ऐसे में सीएचसी प्रभारी और स्वास्थ्य विभाग सवालों के कटघरे में है। व्यवसायी जोशी ने फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टर व अन्य के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इनका कहना है :
कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ाने जैसी कोई बात नहीं है। आधार कार्ड दिखाने पर वैक्सीन लगती है। यह आरोप निराधार है।
– डोनी राठी, सीएचसी प्रभारी, नापासर