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पूर्व विधायक की पौत्र वधु की जमानत जब्त; विधायक भी अपने प्रत्याशी नहीं जिता सके

खुलासा न्यूज बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ की नगर पालिका तो भारतीय जनता पार्टी के खाते में चली गई, लेकिन यहां प्रयोग करने वाली कई राजनीतिक पार्टियों को कस्बे के लोगों ने आइना दिखा दिया है। दरअसल, बीकानेर की तीन पालिकाओं में सबसे ज्यादा राजनीतिक पार्टियां जहां सक्रिय नजर आई, वो श्रीडूंगरगढ़ ही था। यहां कांग्रेस व भाजपा के अलावा माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ स्थानीय स्तर पर गठित विकास मंच शामिल था।
पूर्व विधायक के मंच का नहीं हुआ विकास
कभी भाजपा से विधायक रहे किसनाराम नाई ने इस चुनाव में विकास मंच नाम से संगठन बनाकर मैदान में थे, लेकिन बिना भाजपा के वह दम नहीं दिखा सके। विकास मंच का कोई भी प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सका। किसनाराम नाई ने यहां भाजपा और कांग्रेस के सामने मोर्चा खोला था, लेकिन कोई खास प्रभाव नजर नहीं आया। यहां तक कि उनकी पौत्रवधु सुमन जाडि़वाल की भी जमानत जब्त हो गई।
इन पार्टियों को नकारा
कस्बे के लोगों ने जिन दो पार्टियों को सिरे से नकार दिया, उनमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी शामिल है। इन दोनों का एक भी प्रत्याशी पार्षद नहीं बन सका है, वहीं अधिकांश दावेदारों की जमानत ही जब्त हो गई। कम्युनिस्ट पार्टी से श्रीडूंगरगढ़ में विधायक है। विधायक गिरधारी महिया का प्रभाव सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों तक सीमित रह गया है, यही कारण है कि वो कस्बे की पालिका में एक भी पार्षद तैयार नहीं कर सके। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 12 वार्डों में चुनाव लड़ा था एवं 9 में जमानतें जब्त हुई है। इस चुनाव में आरएलपी ने छह वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे एवं इन सभी की जमानतें जब्त हुई है।
कहां किसकी जमानत जब्त
वार्ड एक में 1047 वोट डाले गए जिसमें आरएलपी प्रत्याशी तीजा देवी को महज 19 वोट मिले। इसी वार्ड में एक अन्य प्रत्याशी निर्दलीय सोना देवी को इससे भी कम महज 11 वोट मिले हैं। वार्ड 2 में 1192 मत पड़े, जिसमें सीपीएम प्रत्याशी हनुमान सिंह को महज 90 वोट मिले। वार्ड 3 में 781 वोट पड़े, यहां आरएलपी प्रत्याशी ओमप्रकाश को मात्र पांच वोट ही मिले। वार्ड 4 में 688 वोट पोल हुए इनमें से 60 वोटे लेने वाले निर्दलीय मंगतुराम की जमानत जब्त हुई है। वार्ड 5 में कुल 339 वोट ही पोल हुए थे एवं यहां पर 51 वोट लेने वाली विकास मंच की प्रत्याशी एवं किशनाराम नाई की पौत्रवधु सुमन जाडि़वाल की जमानत जब्त हुई है।
वार्ड 7 में 804 वोट डले थे। 21 वोट लेने वाले निर्दलीय प्रत्याशी एडवोकेट पुखराज तेजी की जमानत जब्त हुई है। वार्ड 8 में 956 वोट पोल हुए इनमें से भाजपा प्रत्याशी शिवकुमार तावणियां ने 58 वोट लिए एवं निर्दलीय गजानंद ओझा ने 71 वोट लिए, इन दोनों की जमानत जब्त हुई है। वार्ड 10 में 626 वोट पोल हुए इनमें से सीपीएम के प्रत्याशी मोहम्मद ताहीर को केवल 4 वोट लेने पर, निर्दलीय अजीतसिंह को 68 लेने पर अब जमानत राशि नहीं दी जायेगी। वार्ड 11 में 597 वोट पोल हुए इनमें से 42 वोट लेने वाले आरएलपी के उम्मीदवार मोहम्मद इसरार और 72 वोट लेने वाले सीपीएम के विवेक लावा की जमानत जब्त है।
वार्ड 13 में 28 वोट लेने वाले आरएलपी के नदीम अली, वार्ड 15 में 11 वोट लेने पर सीपीएम के प्रत्याशी रुबीना बानो, वार्ड 18 में 31 वोट लेने वाली सीपीएम की पार्वतीदेवी, वार्ड 20 में 38 वोट लेने पर सीपीएम के साजीद अली, वार्ड 24 में 78 वोट लेने पर आरएलपी की गायत्री देवी, वार्ड 25 में मात्र 20 वोट लेने वाले भाजपा के प्रत्याशी ओमप्रकाश की भी जमानत जब्त हो गई है।वार्ड 28 में कांग्रेस के प्रत्याशी मोहनलाल प्रजापत की जमानत जब्त हुई है। वार्ड 32 में 84 वोट लेने पर सीपीएम की गीता, वार्ड 33 में 9 वोट लेने पर प्रत्याशी नानूराम नाई, वार्ड 36 में आरएलपी के आशिष सोनी को 37 वोट लेने पर, वार्ड 40 में 94 वोट लेने पर सीपीएम प्रत्याशी रामकुमारी देवी और 127 वोट लेने पर कांग्रेस से शांतीदेवी नाई की जमानत भी नहीं बच सकी।

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