स्कूल को हटाने के निर्देश कहां जायेगें सैकड़ों बच्चें - Khulasa Online स्कूल को हटाने के निर्देश कहां जायेगें सैकड़ों बच्चें - Khulasa Online

स्कूल को हटाने के निर्देश कहां जायेगें सैकड़ों बच्चें

बीकानेर। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सीमा सुरक्षा बल में स्थित शाला को हाटने के निर्देश देने के बाद क्षेत्र के गरीब तबके के बच्चों की पढाई को लेकर अभिभावाको में चिंता की लेकीरे छा गई है।शाला प्राचार्य भंवर लाल पंवार ने बताया कि यह शाला 1971 से संचालित की जा रही है।लेकिन सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी ने बताया कि शाला हमारी परिसर में है जिसको हटाने के लिए शिक्षा विभाग को इसकी सूचना दे दी है लेकिन एक साल बाद भी अब भी खाली नहीं कर रहे है। इसको हटाने का मुख्य कारण है सीमा सुरक्षा बल में बने कमरे पूरी जर्जर हो चुके है जिसका काम चल रहा है जो कमरे जर्जर हुए है उसके सीमा सुरक्षा बल के कई डिमार्टमेंट चल रहे थे। लेकिन वहीं शाला प्राचार्य ने बताया कि शाला में करीब 255 विद्यार्थी अध्ययन करते है जो नोनिहाल है और करीब पांच किलोमीटर तक कोई सरकारी स्कूल नहीं होने के कारण इन बच्चों की पढ़ाई का क्या होगा। प्रचार्य के पास ऐसी कोई जगह आस पास नहीं है जहां शाला का स्थानतरित की जा सकती है। इस बारे में मंत्री तक भी सूचना दे दी है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है। अब देखना है यह कि शिक्षा विभाग और सीमा सुरक्षा बल इन बच्चों के भविष्य को लेकर क्या करते है। एक तरफ सरकार बच्चों को पढ़ाने के लिए रोज नये नये जतन करती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ इस तरह से चलते सत्र में स्कूल को हटाना कितना औचित्य है। वहीं बुधवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सीमा सुरक्षा बल में आज पैरासेलिंग में चयनित हुए श्याम सुंदर का शाला परिसर में जो कि पीटीआई के पद पर नियुक्त है उनका टोक्यो में पैरासेलिंग टूर्नामेंट में भाग लेकर बीकानेर ही नही पूरे भारत का नाम गौरवान्वित किया। शाला परिवार द्वारा माला,शोल साफा और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर एडीओ सुनील बोडा और साला प्रशासन प्रशासन पूरा स्टाफ सहित सभी ने श्याम सुंदर की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए माल्यार्पण किया ।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26