
रसूखदारों के घर के आगे कब टूटेंगे अतिक्रमण, देखें वीडियों….






बीकानेर. शहर की सड़कों का चौड़ीकरण करने को अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। एक ओर लोगों के निगम व यूआईटी की ओर से घर के सामने का निकास तक नहीं छोड़ा गया तो दूसरी ओर एक डॉक्टर दंपति ने मेन रोड़ पर कब्जा कर रखा है। निगम प्रशासन न तो इस तरह के कब्जों पर ध्यान दे रहा है और ऐसे में दूसरी जगहों पर कार्रवाई को देखकर लगता है कि निगम का पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहा है। निगम प्रशासन शहर के बाजारों के आस-पास अतिक्रमण हटाए है, लेकिन रसूखदारों द्वारा किए गए कब्जे आखिर कब टूटेंगे। ऐसे में निगम की कार्यशैली पर भी सवाल उठता है। पवनपूरी स्थित बीकानेर नर्सिंग होम के पास डॉ. सुशील फलौदिया व डॉ. स्वाति फलौदिया ने अपने मकान के आगे करीब 70 प्रतिशत तक कब्जा कर रखा है। इन डॉक्टरों के घर पर मरीजों की काफी भीड़ रहती है। कई बार मरीज बड़े वाहन लेकर आते है तो सड़क पर खड़े कर देते है। ऐसे में यह सड़क अब महज 10 से 15 फीट ही रह गई है। सड़क संकरी होने से यहां आए दिन जाम लगा रहता है। इस जाम से आने-जाने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन डॉक्टर दंपत्ति के घर के आगे बेतरतीब वाहन खड़े रहते है। कई बार तो वाहन सड़कों पर खड़े रहते है जिससे आने-जाने वाले लोग इन वाहनों का स्वयं हटाकर रास्ता दुरस्त करते है। मजे की बात है कि पवनपूरी क्षेत्र में ज्यादातर अवैध कब्जा हो रखे है। कई दुकानदारों व लोगों ने फुटपाथ पर निर्माण करवाकर सड़क संकरी कर दी और लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। ऐसे में प्रशासन के कई अधिकारी भी इस रोड़ से गुजरते है, लेकिन इन रसूखदारों के ऊपर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।


