
कागासर गांव के सारण परिवार की अनूठी हरित पहल



खुलासा न्यूज, लूणकरणसर/लोकेश बोहरा। सारण परिवार कागासर अपने पर्यावरण सरोकार के लिए जाने जाते हैं। आपकी पर्यावरणीय संजीदगी इस बात से जाहिर होती है कि आप सदैव तन मन और धन से पर्यावरण को समर्पित रहते हैं। इसी परिवार की बहु सुलोचना सारण पत्नी महेंद्र कुमार सारण, पुत्रवधू पेमाराम सारण ने आज राजकीय सेवा में पदार्पण किया और प्रथम नियुक्ति आज 5.10.2023 को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिशनपुरा चारणवास गोविंदगढ़ (जयपुर) में हुई। पर्यावरण के प्रति अपनत्व की पारिवारिक परम्परा को बदस्तूर आगे बढ़ाते हुए अपने नौकरी का श्री गणेश ज्ञान संकल्प के माध्यम से प्रथम नियुक्ति के अवसर पर ?5100 पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिशनपुरा चारणवास को भेंट करने के पश्चात ही ज्वाइन किया है। साथ ही विद्यालय परिसर में पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ एक पौधा रोपित किया तथा प्रिंसिपल अमित कुमार मीणा को एक पौधा भेंट किया।
परिवार में प्रकृति प्रेम की परम्परा डालने वाले पारिवारिक वानिकी प्रकोष्ठ व राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत)के पर्यावरण संरक्षण समिति के प्रदेश समन्वयक खुमाणा राम सारण, शिक्षक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कालवास इस क्षेत्र में अपना अनूठा योगदान लम्बे समय से दे ही रहे हैं। आपका कार्य दीवानगी की हद तक नजर आता है। अब तक पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए ज्ञान संकल्प के माध्यम से कागासर, गारबदेसर, कालू व लूणकरणसर व अन्य विद्यालयों में नब्बे हजार रूपये अपने निजी बजट में से प्रदान कर पर्यावरण को बचाने वाले पुरोधाओं की मुहीम में एक अनूठी मिसाल कायम की है।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कालवास का महात्मा गांधी संस्थागत वन खंड अथक परिश्रम से स्थापित किया है जिसमें 325 पेड़ फिजा को शीतल और सुन्दर बनाने हेतु लहलहा रहे हैं। साथ ही साथ कालवास गांव में आपने लगभग 1400 पौधे वितरित किए हैं।
घर-घर सहजन अभियान में लूणकरणसर ब्लॉक में दो लाख चालीस हजार सहजन के बीजों के रोपण व वितरण में इनका योगदान पहले से ज्ञात है। साथ ही साथ जयंती, पर्व, उत्सव व प्रवेश उत्सव को वृक्षारोपण से जोड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्पित और समर्पित सारण परिवार का प्रत्येक सदस्य जिम्मेदारी और लग्न से कार्यरत है। प्रो. श्याम सुंदर ज्याणी की पारिवारिक वानिकी अवधारणा को आगे बढाते हुए विभिन्न अवसरों पर पर्यावरण संगोष्ठियों का आयोजन कर व पेड़ को परिवार का सदस्य मानते हुए पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाने के कार्य में लूनकरणसर क्षेत्र में खुमाणाराम सारण के नेतृत्व में काफी कुछ अर्जित किया है।

