
शिक्षा विभाग के अनोखे फरमान: स्कूलों की परीक्षाएं सिर पर, इधर गर्म भोजन देने के आदेश







बीकानेर. शिक्षा विभाग की ओर से आए दिन अनोखे फरमान निकाले जा रहे है। जिसमें करीब एक साल बाद वापिस स्कूलों में बच्चों को गर्म खाना उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं शिक्षकों का कहना है कि मार्च व अप्रेल में परीक्षाएं है और इधर 9 मार्च से स्कूलों में फिर से बच्चों को गर्म भोजन देने के आदेश आ गए है। इससे शिक्षण व्यवस्था व अध्यापन पर काफी असर पड़ेगा। स्कूलों में बर्तन व अन्य साफ सफ ाई करवाने तथा राशन लाने, गैस लाने आदि कार्यों में शिक्षक को नियुक्त करना पड़ेगा, जिससे पढ़ाई बाधित होगी। कोरोनाकाल मे बालको की पढ़ाई काफ ी बाधित हुई है। शहरी क्षेत्र के विद्यालयों में तो फरवरी माह से ही बालकों को स्कूल बुलाना प्रारम्भ करने से इनकी पढ़ाई अधिक बाधित रही है। ऐसे में गर्म भोजन प्रारम्भ किये जाने से बालकों की पढ़ाई अधिक बाधित हो सकती है स्कूली बालक निजी स्कूलों की तरह टिफि न व बोतल साथ लेकर आना अधिक पसंद करते है। वहीं कोरोनाकाल में कॉम्बो पैकेट वितरण के किये जाने से अभिभावको में इस योजना के प्रति अधिक लगाव के कारण विद्यालयों में नामंकन बढ़ा है। ऐसे में अभिभावकों में निराशा उत्पन्न होगी। कॉम्बो पैक वितरण की व्यवस्था अनवरत चालू रखे जाने से अनावश्यक गैस व अन्य व्यय की सरकार को बचत होगी तथा शिक्षकों को अध्यापन का समय मिल सकेगा।
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि राज्य में कोविड -19 के कारण 14 मार्च 2020 से विद्यालय बन्द होने से विद्यार्थियों अभिभावको को खाद्य सुरक्षा भत्ते के रूप में सुखा राशन। जिसमें गेंहू-चावल तथा कॉम्बो पैक में दाल ए तेल व मसाले वितरित किये जा रहे थे उन्हें नए सत्र तक चालू रखा जाये। जिलामंत्री नरेंद्र आचार्य, प्रदेश सयुक्त मंत्री सुरेश व्यास ने कहा कि सरकार द्वारा विद्यालयों में पुन: गर्म भोजन 9 मार्च से उपलब्ध करवाने के आदेश पर वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये पुनर्विचार करने का आग्रह सरकार से किया है। प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने कहा कि वर्तमान में विधालयो में ऑनलाइन कार्य बहुत अधिक बढ़ा दिए जाने ए स्कूलों में नामांकन अधिक बढ़ने जाने के बाद भी पर्याप्त शिक्षको व तकनीकी कार्मिकों का अभाव होने से वर्तमान में कार्यरत शिक्षको को अध्यापन करवाने का समय बहुत कम मिल पा रहा है । ऐसे में गर्म भोजन प्रारम्भ करना उपयुक्त प्रतीत नही होता है । ऐसे में गर्म भोजन देने की व्यवस्था को वर्तमान परिस्थितियों में पूर्णतया बन्द करना गुणवत्ता शिक्षा के लिए समीचीन है तथा इसके स्थान पर कॉम्बो पैक वितरण व्यवस्था उपयुक्त प्रतीत होती है। इसके उपरांत भी इसे प्रारम्भ किया जाना आवश्यक है तो इसे आगामी सत्र से प्रारम्भ किया जाये ताकि बोर्ड परीक्षाए व अन्य कक्षाओं की परीक्षाए प्रभावित नही होगी तथा सत्र में शेष रहे समय में अध्यापन कार्य सुचारू चल सकेगा।

