बीकानेर एसपी की दो-दो एसीआर खराब, कमजोर अफसर के कारण जिला बना मिर्जापुर!

बीकानेर एसपी की दो-दो एसीआर खराब, कमजोर अफसर के कारण जिला बना मिर्जापुर!

– कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। पिछले काफी समय से जिले में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है। शहर में छीना-झपटी, मारपीट और लूटपाट की वारदातों के बाद अब बड़े शहरों की तर्ज पर अपराधी फिरौती, सरेआम फायरिंग कर लूट करने ओर दबंगई से खौफ पैदा करने की वारदातों से जिला मिर्जापुर बन गया है। गलियों में ठांय-ठांय हो रही है। इन घटनाओं से शहरवासी दहशत में है। पिछले काफी समय से जिस तरह से अपराध बढ़ रहे उसे देखकर लग रहा है कि जैसे पुलिस को तो सांप सूंघ गया है। पुलिस कप्तान ने जब से कुर्सी संभाली है तब से शहर की चहुंओर गलियों में गोलियों की आवाजें गूंज रही है। एसपी के महज सौ दिन के कार्यकाल में दस हत्याए और सैकड़ों लूट और चोरी की वारदातें हो चुकी है। मौजूदा एसपी के कामकाज का आंकलन यदि उनके पिछले रिकॉर्ड के आधार पर भी किया जाए तो भी बीकानेर को ऐसे कमजोर अफसर के हवाला करना ठीक नहीं हो। जिसकी दो एसीआर खराब है।

साढ़े तीन महीने में बीकानेर में 10 हत्या
– 23 जुलाई को महिला की हत्या कर शव जलाया
– 25 अगस्त को नयाशहर में नाबालिग की गोली मार कर हत्या
– 5 अगस्त देशनोक में पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या
– 6 अगस्त को शिवबाड़ी क्षेत्र में युवक की चाकू से हत्या
– 7 अगस्त को नाल थाना क्षेत्र में जयमलसर गांव में सरपंच प्रत्याशी को कुचलकर की हत्या
– 12 अगस्त को फड़बाजार में एक युवक की चाकूओं से गोदकर हत्या
– 5 अक्टूबर को भदवां गांव में गाड़ी से कूचलकर हत्या
– 23 अक्टूर को व्यापारी गिरिराज की हत्या

बीकानेर पुलिस पर सरकार को संशय , जयपुर से आई एडीजी-एटीएस
शहर में तीन महीने के अंतराल में अपराधों का ग्राफ बढऩे से अशोक गहलोत सरकार की साख पर बट्टा लग रहा है और सोशल मीडिया में जमकर थू-थू हो रही है। इसके चलते सरकार ने आज जयपुर से एडीजी-एटीएस अशोक राठौड को बीकानेर भेजा। आज यहां आए एडीजी-एटीएस, एसओजी ने जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें अपराधों को कम करने के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए। एडीजी-एटीएस, एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में अवैध हथियारों के खिलाफ अभी विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अब इस विशेष अभियान को और भी सघन बनाया जाएगा। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इस बात को भी पुख्ता किया कि बीकानेर जिले में सट्टेबाजी की वजह से आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। सट्टे के काले कारोबार में युवा वर्ग काफी तादाद में जुड़ा हुआ है।

बीकानेर को किया अनाथ घोषित!, सोशल मीडिय में छिड़ी है जंग
पिछले तीन-चार महीने से जो घटनाएं हो रही है उसको लेकर ना सिर्फ बीकानेर की जनता पुलिस पर अपनी खींच निकाल रही है बल्कि राजनेताओं की चुप्पी पर भी बीकानेर को अनाथ घोषित कर रही है। सोशल मीडिया प्लेटाफॉर्म पर बीकानेर में बढ़ती लगातार घटनाओं के लिए जिला प्रशासन और नेताओं को दोषी माना जा रहा है जो इस बात का संकेत करता है कि गहलोत सरकार के डेढ वर्ष के कार्यकाल में बीकानेर अपराधियों की शरणस्थली बन गया है।

खुद मुख्यमंत्री गहलोत ने लिया संज्ञान
प्रेस-वार्ता में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने भी कई संकेत दिए हैं। बुकि, सट्टा, घर घर हथियार, अपराधियों की ओर से पुलिस को धमकी औऱ पुलिस का अपराधियों के सामने मिमियाने जैसी हालात भाटी ने प्रेस के सामने बताई। पुलिस अधीक्षक औऱ आईजी की जानकारी में ये सब नहीं है ऐसा हो नहीं सकता। जिले में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के बाद पूरे प्रदेश के पुलिस महकमे की नजर बीकानेर पुलिस पर है। खुद मुख्यमंत्री ने संज्ञान ले लिया है। पूरा विपक्ष बीकानेर पुलिस पर निशाना साधे हुए हैं।

विधायक का आरोप- एसपी रात को 8 बजे दारू पीकर सो जाते है
बीकानेर के सटोरियों को बच्चा-बच्चा जानता है लेकिन पुलिस नहीं जानती। आईपीएल को लेकर जिले के कप्तान द्वारा सटोरियों पर कार्यवाही नहीं करने से सवालों के घेरे में है। इसको लेकर विधायक सुमित गोदारा ने इस घटना को लेकर जिले के एसपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की एसपी रात 8 बजे के बाद शराब पीकर सो जाते है। कानून व्यवस्था से उनको कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा मौजूदा एसपी द्वारा शहर में अपराधियों और सटोरियों को सह दी जा रही है।

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