
उरमूल सेतु संस्थान लूणकरणसर में मानसिक स्वास्थ्य पर दो दिवसीय प्रशिक्षण






लूणकरणसर लोकेश बोहरा।उरमूल सेतु संस्थान लूणकरणसर में ऐडोलसेन्ट हैल्थ चैम्पियन संस्थान के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य पर दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। संस्थान के सचिव रामेश्वरलाल गोदारा ने प्रशिक्षण की शुरूआत करते हुए ऐडोलसेन्अ हैल्थ चैम्पियन संस्थान के संस्थापक रिकी शर्मा के चित्र पर पुष्प चढाते हुए श्रदानजली अर्पित की और सभी बच्चों द्वारा 2 मिनिट का मौन रखकर श्रदानजली अर्पित की। गोदारा ने बताया कि रिकी शर्मा का सपना था की ग्रामीण क्षेत्र की स्कूलों में बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी हो व सभी का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा हो। कार्यक्रम समन्वयक मुखराम सारण ने बताया की लूणकरणसर ब्लॉक में शिक्षा विभाग के सहयोग से 25 स्कूलों में कक्षा 8, 9 व 11 के बच्चों को नो बैग डे के दिन जानकारी देकर प्रशिक्षित किया जायेगा। कार्यक्रम के टेकनिकल अधिकारी जॉय भट्टाचार्य ने मानसिक स्वास्थ्य क्या है, किशोरावस्था के दौरान कौन-2 से मानसिक बदलाव होते है, मन की भावनाएं क्या है, सकारात्मक व नकारात्मक भावनाएं कौन-2 सी है, भावनाओं की पहचान कैसे की जाती है, भावनाओं को संतुलित कैसे रख सकते है। स्वस्थ व अस्वस्थ आत्म सम्मान क्या होता है। शारीरिक छवी क्या है, स्वस्थ छवी व अस्वस्थ छवी क्या है, निलाम व दानिश ने तनाव क्या है, कैसे होता है, तनाव के सामान्य श्रोत क्या है। तनावके लक्ष्ण क्या है, कम तीव्रता वाला तनाव व गम्भीर तीव्रता वाले तनाव में क्या अन्तर है। संसथान कार्यकर्ता नोपाराम, मालाराम ने डिप्रेशन क्या है इससे कैसे निपटा जा सकता है। गम्भीर ड्रिपेशन की चुनौती से आत्म हत्या करने जैसे विचार आने लगते है। पुनम, सुमन ने आत्म हत्या के विचार आने वाले व्यक्ति की हम किस तरह से और तत्काल कैसे मदद कर सकते है। इन सभी विषयों की जानकारी अलग-2 सत्रों में पीपीटी, समूह चर्चा व सामुहिक चर्चा के माध्यम से दी गई। संस्थान के कार्यकर्ता संजय, पूजा कंवर, वीरूकंवर, रामदयाल, सुमित्रा व भादरराम ने सहयोग किया।


