राजस्थान में लम्पी वायरस से रोजाना हजारों गोवंश की मौत, यूपी में मलेशिया मॉडल लागू - Khulasa Online राजस्थान में लम्पी वायरस से रोजाना हजारों गोवंश की मौत, यूपी में मलेशिया मॉडल लागू - Khulasa Online

राजस्थान में लम्पी वायरस से रोजाना हजारों गोवंश की मौत, यूपी में मलेशिया मॉडल लागू

बीकानेर. राजस्थान में गौवंश पर कहर बनकर टूट रहें लंपी वाइरस से निपटने के लिए किये जा रहें प्रयास नाकाफी साबित हो रहें हैं। प्रदेश में प्रतिदिन हजारों गौवंश लम्पी संक्रमण के चलते दम तोड़ रहें हैं और सरकार मूक दर्शक बनकर सब देख रही है। लंपी वाइरस ने राजस्थानए मध्यप्रदेश के साथ साथ अब उत्तरप्रदेश में भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में इस वायरस से निपटने के लिये यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया हैए जिसके तहत पीलीभीत से लेकर इटावा तक लगभग 300 किलोमीटर के क्षेत्र में इम्यून बेल्ट तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पांच जिलों के 23 ब्लॉक से होकर गुजरने वाली इम्यून बेल्ट 10 किलोमीटर चौड़ी होगी। पशुपालन विभाग ने इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली है। प्रदेश की गहलोत सरकार को भी इससे सीख लेने की आवश्यकता है।

क्या है इम्यून बेल्ट जिसे क्रॉस नही पाएंगे पशु

पांच जिलो में बनाई गई इम्यून बेल्ट बनाई गई है। जिसकी निगरानी के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया हैण् टास्क फोर्स लंपी वाइरस से संक्रमित पशुओं की ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट की व्यवस्था करेंगीण् यह बेल्ट एक तरह से बार्डर का काम करेगी और लंपी वायरस इसे पार कर पश्चिमी यूपी से पूर्वी यूपी की तरफ नहीं जा सकेगाण् संक्रमित पशुओं की कड़ी निगरानी रखने के साथ ही इम्यून बेल्ट के भीतर ही पशुओं को रोकने की व्यवस्था होगी। पशुओं के संक्रमण को रोकने के लिए ऐसा प्रयास वर्ष 2020 में मलेशिया में किया जा चुका है, जो काफ ी सफल रहा था। प्रदेश में भी इस तरह का बेल्ट समय रहते तैयार कर गौवंश को काल का ग्रास बनने से बचाया जा सकता है

राजस्थान में टीकों की कमी बड़ी वजह

राजस्थान की बात करे तो लंपी का कहर बढ़ता जा रहा है और साथ ही सरकार जिलों में पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध नहीं करा पा रही है, जिसके चलते संक्रमण स्वस्थ गौवंश को भी अपना शिकार बना रहा है। जबकि यूपी सरकार ने मलेशियाई मॉडल अपनाकर पहले से ही कमर कसते हुएए पर्याप्त टिकाकरण की व्यवस्था करली है। उत्तरप्रदेश में प्रतिदिन गायों को दो लाख टिके लगाने की तैयारी की जा चुकी हैए जिसे जल्द ही 3 लाख प्रतिदिन किया जाएगा। राजस्थान की तरह ही यूपी में भी वाइरस से प्रभावित गायों के लिए टिकाकरण अभियान चलाया जाएगा। जहां ज्यादा मामले सामने आरहे हैं, वहां व्यापक स्तर पर सतर्कता के साथ टिकाकरण किया जाएगा। वैसे देखा जाए तो इस बीमारी का कोई पुख्ता इलाज या वैक्सीन कप तक नही बना हैएलेकिन फिलहाल गोटपॉक्स की वैक्सीन को विकल्प के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है।

क्या है लंपी वाइरस

लंपी वाइरस पशुओ में पाया जाने वाला खतरनाक वाइरस जनित संक्रमण है। जो एक पशु के शरीर से दूसरे पशु के शरीर मे फैलता है। लंपी से संक्रमित पशु को तेज बुखार आने लगता है साथ ही वह खाना पीना छोड़ देता है और संक्रमित पशु के गर्दन, चहरे, थूथन, पलकों समेत पूरे शरीर पर गांठे उभरने लगती हैं, जो संक्रमण बढ़ने पर फू टने लगती हैं, जिससे पशु के शरीर में घाव होने लगते हैं। इससे पशुओं का इम्यून सिस्टम धीरे धीरे काम करना बन्द करने लगता है और पशु की मौत हो जाती है।

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