घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरूपयोग करने वालों पर गिरेगी गाज,धरपकड़ के लिये छापामार अंदाज में होगी कार्यवाही - Khulasa Online घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरूपयोग करने वालों पर गिरेगी गाज,धरपकड़ के लिये छापामार अंदाज में होगी कार्यवाही - Khulasa Online

घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरूपयोग करने वालों पर गिरेगी गाज,धरपकड़ के लिये छापामार अंदाज में होगी कार्यवाही

बीकानेर । सर्दी के सीजन में रसोई गैस सिलेण्डरों की डिमांड दुगुनी हो गई है । ऐसे में कई गैस ऐजेंसियों में घरेलू गैस सिलेण्डरों के लिये वेटिंग चल रही है। हालांकि कंपनियों की ओर से बीकानेर में तमाम गैस ऐजेंसियों को डिमांड के अनुसार  घरेलू गैस सिलेण्डर मुहैया करवाये जा रहे है,इसके बावजूद हाल के दिनों में घरेलू गैस सिलेण्डरों की आपूर्ति लडखड़़ाई हुई है। इस मामले की पड़ताल में सामने आया है कि बीकानेर में शहर समेत गांवो कस्बों में घरेलू गैस सिलेण्डरों का जमकर दुरूपयोग हो रहा है। शहर में तो मिठाई की फैक्ट्रियों में कमर्शियल गैस सिलेण्डरों से दुगुनी तादाद में घरेलू गैस सिलेण्डर काम में लिये जा रहे है। इसके अलावा मिठाई नमकीन के हलवाईयों, होटलों,ढाबों और मशीनरी कारखानों में भी घरेलू गैस सिलेण्डरों का जमकर दुरूपयोग हो रहा है । घरेलू गैस सिलेण्डरों का दुरूपयोग और अवैध भंडारण पर अंकुश के लिये जिला प्रशासन ने छापामार कार्यवाही योजना बनाई है। इसके लिये जिला रसद अधिकारी के नेतृत्व में अलग अलग टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें जिलेभर में मिठाई नमकीन के कारखानों,होटलों,ढाबों और अवैध रिफिलिंग के ठिकानों को चिन्हित कर छापामार अंदाज में कार्यवाही करेगी । जानकारी के अनुसार जिला कलक्टर कार्यालय में पिछले दिनों एक शिकायत मिली थी कि बीकानेर शहर और ग्रामीण इलाकों में घरेलू गैस सिलेण्डरों का जमकर दुरूपयोग हो रहा है। शिकायत को गंभीरत से लेते हुए जिला कलक्टर ने सर्जिकल स्ट्राइक के अंदाज में कार्यवाही के निर्देश दिये है ।
-इसलिये होता है दुरूपयोग
-जानकारी के अनुसार लाल रंग के घरेलू गैस सिलेंडर की रेट कमर्शियल गैस सिलेंडर की तुलना में कम है। 14.2 किलो गैस का घरेलू गैस सिलेंडर 1073 रुपए में मिलता है, वहीं 19 किलो गैस का कमर्शियल गैस सिलेंडर 1803 रुपए में मिलता है। इसके हिसाब से घरेलू गैस सिलेंडर की गैस करीब 75 रुपए प्रति किलो तथा कमर्शियल गैस सिलेंडर की गैस करीब 95 रुपए किलो पड़ती है। 20 रुपए प्रति किलो बचाने के चक्कर में कुछ लोग नियम-कायदों को ताक पर रख रहे हैं तो कुछ लोग इससे भी खतरनाक खेल चला रहे हैं। शहर में कुछ दुकानदार ऐसे हैं, जो घरेलू गैस सिलेंडर से गैस को कमर्शियल गैस सिलेंडर में ट्रांसफर करने का अवैध काम कर रहे हैं। हालांकि इस काम में उन्हें ज्यादा लाभ नहीं होता, लेकिन मात्र 100-200 रुपए के लालच में वे अपनी एवं आस-पास के लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं।
-मिठाई फैक्ट्रियों में होता है सबसे ज्यादा दुरूपयोग
इस मामले की पड़ताल में सामने आया है कि बीकानेर शहर में मिठाई और नमकीन के तकरीबन डेढ सौ छोटे बड़े कारखाने है,कारखानों के संचालकों ने दिखावे के तौर पर कमर्शियल गैस सिलेंडर के कनेक्शन ले रखे है । इनके कारखानों में कमर्शियल से दुगुनी तादाद में घरेलू गैस सिलेण्डरों का दुरूपयोग हो रहा है। इसमें कई गैस ऐजेंसी संचालकों की मिलीभगत भी सामने आई है। इसके अलावा शहर में होटलों, दुकानों पर इस्तेमाल किए जा रहे लाल सिलेंडर को दुकानदार छिपाकर एवं ढंक कर रखते हैं, वहीं ठेेले वाले व सडक़ पर दूध की भट्टी लगाकर बैठने वाले इनका खुलेआम इस्तेमाल कर रहे हैं।
शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार करने की हौड़ में पास-पास खड़े होकर दर्जनों ठेला चालक खुलेआम घरेलू गैस का दुरुपयोग करते हैं। यदि एक सिलेंडर लीकेज या ब्लास्ट हुआ तो बड़ा हादसा हो सकता है। शहर के प्रमुख चौराहों एवं सडकों पर स्थित चाय की दुकानों व ठेले लगाकर समोसे अथवा आमलेट बनाने वाले प्रतिदिन घरेलू गैस से ही अपना कारोबार कर रहे हैं, जबकि दुकानों के लिए कामर्शियल सिलेंडर की व्यवस्था की जानी चाहिए।

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