वैक्सीन न लगवाने वालों पर होगी सख्ती, गाइडलाइन जल्द: राजस्थान में आज तक पूरा करना था
जयपुर। राजस्थान में सरकार ने भले ही 31 जनवरी तक सभी को वैक्सीन लगाने का टारगेट रखा हो, लेकिन सरकार का ये टारगेट पूरा नहीं होगा। वैक्सीनेशन का डेटा बता रहा है कि राज्य में अब भी 23 ऐसे जिले हैं, जहां वैक्सीन की सिंगल डोज का भी टारगेट पूरा नहीं हुआ है। हालांकि प्रतापगढ़ राज्य का ऐसा एकमात्र जिला है, जहां 18 साल या उससे ज्यादा एजग्रुप के सभी टारगेट ग्रुप का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है।
राज्य सरकार ने 31 जनवरी के बाद जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज या जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज (दूसरी डोज का टाइम निकल गया हो) नहीं लगवाई है, उनके खिलाफ एक्शन के लिए नई गाइडलाइन जारी करेगी। सरकार ने ऐसे लोगों के लिए 1 फरवरी से सरकारी दफ्तरों में पाबंदी लगाने जैसे कदम उठा सकती है।
इन जिलों में सिंगल डोज का टारगेट पूरा
राज्य में जयपुर, बूंदी, उदयपुर, सीकर, सवाई माधोपुर, कोटा, चित्तौडग़ढ़, अलवर और हनुमानगढ़ ऐसे जिले है जहां 18 साल या उससे ज्यादा एजग्रुप के सभी चिह्नित लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। वहीं, अजमेर ऐसा जिला है, जहां अब करीब 30 हजार लोग बचे है, जिनको वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है।
इन 6 जिलों में कम वैक्सीनेशन
राज्य में 6 ऐसे जिलेहैं, जहां टारगेट ग्रुप के 90 फीसदी लोगों को भी वैक्सीन की सिंगल डोज नहीं लगी है। इस सूची में सबसे ऊपर नंबर जालौर का है। यहां अब तक 83.5 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की सिंगल डोज लगी है। दूसरे नंबर पर भरतपुर, तीसरे पर धौलपुर, चौथे नंबर पर बाड़मेर, पांचवे नंबर डूंगरपुर और छठे नंबर पर पाली जिले का नंबर आता है।
62 प्रतिशत बच्चों को अब तक सिंगल डोज, जयपुर प्रथम सबसे फिसड्डी
राजस्थान में अब तक 62 फीसदी बच्चों को सिंगल डोज लग चुकी है। राजस्थान में 15 से 18 साल तक की एजग्रुप के 46 लाख 51 हजार बच्चों को डोज लगनी है, जिसमें से अब तक 29 लाख 20,564 बच्चों को डोज लग चुकी है। जिलेवार स्थिति देखें तो जयपुर प्रथम बच्चों के वैक्सीनेशन के मामले में सबसे फिसड्डी है। यहां अब 47.3 फीसदी बच्चों को ही वैक्सीन की सिंगल डोज लगी है, जबकि यहां 2 लाख 78,985 लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट है।