
ऐसे लगेगी बुजुर्गों को तीसरी डोज:8 स्टेप में जानिए






केंद्र सरकार ने रविवार को साफ किया कि 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों को 10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की प्री-कॉशन डोज दिए जाने की प्रोसेस क्या होगी। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि यह डोज तभी दी जाएगी, जब बुजुर्ग के पास कॉमोर्बिटिज सर्टिफिकेट मौजूद होगा। वैक्सीन की डोज लेने के इच्छुक बुजुर्गों को पहले एक मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा, जिसमें इस बात की पुष्टि होगी कि वे किसी तरह की गंभीर बीमारी होने के कारण कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं।
इन 8 स्टेप से मिलेगी बूस्टर डोज (प्रिकॉशनरी डोज)
- प्री-कॉशन डोज के वैक्सीनेशन का प्रोसेस पहले की तरह ही होगा।
- बुजुर्गों का नाम व अन्य डेटा पहले से ही CoWIN प्लेटफार्म पर है।
- इस डेटा के जरिये ही बुजुर्ग पहले वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं।
- बुजुर्गों को पहले किसी रजिस्टर्ड डॉक्टर से अपना कॉमोर्बिटिज सर्टिफिकेट बनवाना है
- इसके बाद उन्हें यह सर्टिफिकेट CoWIN प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना होगा
- प्लेटफॉर्म के बजाय वैक्सीनेशन सेंटर पर हार्ड कॉपी जमा कराने का विकल्प भी मिलेगा
- सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी वैक्सीनेशन सेंटर पर देने के बाद उन्हें तीसरी डोज लगेगी
- तीसरी डोज लगाए जाने के बाद हर एक को बूस्टर डोज सर्टिफिकेट भी जारी होगा।


