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रामेश्वर डूडी के मुकाबले कांग्रेस में दूसरा कोई नेता नहीं, इसलिए गहलोत ने दी प्रतिष्ठा

खुलासा न्यूज, बीकानेर। राजनीतिक नियुक्तियों के बाद गैर विधायकों को एक और तोहफा गहलोत सरकार ने दिया है। राजस्थान एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड अध्यक्ष रामेश्वर उूडी को केबिनेट का दर्जा दिया गया है। डूडी बीकानेर जिले से ऐसे महत्पूर्ण नेता हैं, जिन्हें हारने के बाद भी केबिनेट मिली है। यह कहना सही होगा कि राहुल गांधी के दबाव में सीएम अशोक गहलोत डूडी को यह जिम्मेदारी दी है। क्योंकि इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता है कि रामेश्वर डूडी हारने के बाद भी जाट समाज के बड़े नेता है और कांग्रेस में उनके कद का दूसरा कोई नेता नहीं है।

चुनाव में डेढ़ साल बचा है। चुनाव से पहले रामेश्वर डूडी को मिली नई जिम्मेदारी मिली है। नगर में धमाकेदार एंट्री डूडी की हुंकार है। उन्होंने वापसी का बिगुल बजा दिया है। कार्यकर्ताओं को एकजुट होने का आहृान भी कर दिया है।

यह भी माना जा रहा कारण
तीनों को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने के पीछे वजह यह भी है कि वह पूर्व में केबिनेट मंत्री रह चुके हैं। अभी विधायक नहीं है। सीएम गहलोत ने पहले कह चुके हैं कि विधायकों को कोई दर्जा नहीं मिलेगा। ऐसे में डूडी को केबिनेट दर्जा देने का यह भी कारण माना जा रहा है। यह कहना भी सही होगा कि डूडी कद्दावर नेता है जो अशोक गहलोत के खिलाफ भी उतर गए और केबिनेट का दर्जा भी ले लिया।

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