सरपंच के ससुर ने खुद को गोली मारी, सुसाइड नोट में लिखा- मेरी मौत का कारण बेटा, मेरा अंतिम संस्कार पोता करें - Khulasa Online सरपंच के ससुर ने खुद को गोली मारी, सुसाइड नोट में लिखा- मेरी मौत का कारण बेटा, मेरा अंतिम संस्कार पोता करें - Khulasa Online

सरपंच के ससुर ने खुद को गोली मारी, सुसाइड नोट में लिखा- मेरी मौत का कारण बेटा, मेरा अंतिम संस्कार पोता करें

सरपंच के ससुर ने खुद को बंदूक से गोली मार कर सुसाइड कर लिया। मृतक का मौत से पहले बनाया वीडियो और लिखा सुसाइड नोट सामने आया है। इसमें मृतक ने अपने बेटे से परेशान होकर सुसाइड करने की बात कही है। लिखा- मैं कहता हूं ऐसी औलाद किसी को नहीं हो। जो बाप का नहीं वो किसी का नहीं। मेरा अंतिम संस्कार बेटा शक्ति नहीं करे, पोता आरडी सिंह करें। मामला जालोर के भाद्राजून इलाके के रामा गांव का है।

रामा निवासी 72 साल के मोड सिंह ने सोमवार देर शाम को खुद को बंदूक से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। मृतक ने मौत से पहले वीडियो बनाया और फिर घर आकर खुद को गोली मार ली। मृतक ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है। मृतक के बेटे शक्ति सिंह की पत्नी वर्तमान में रामा गांव की सरपंच है।

भाद्राजून थानाधिकारी प्रतापसिंह ने बताया कि मृतक ने बंदूक से गोली मारकर सुसाइड किया है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। मगर सुसाइड नोट व मृतक का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हुआ है। पुलिस सोशल मीडिया पर सुसाइड नोट शेयर होने की जांच कर रही है। सुसाइड नोट में अपने बेटे पर ही प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

सुसाइड नोट में पोते-पोती को दिया आशीर्वाद
मोड सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा- मेरी पोती व पोता राणीदान सिंह ने हम दोनों की सेवा व प्यार बहुत किया। भगवान उनको हमेशा हर तरफ से सुखी व समर्थ रखे। मेरा आशीर्वाद है कि आप आपके दादू मम्मा का ध्यान रखना। जिनका मैंने बुरा किया, उनसे मैं माफी मांगता हूं। जिन्होंने मेरा बुरा किया, उनको मैं माफ करता हूं, इन तीनों के अलावा। भगवान मुझे माफ करे।

मैं भगवान के पास जा रहा हूं। कारण यह है कि रावला बेटे शक्ति को 2008 में सौंपा। फिर 2009 में मुझे कसना चालू किया। 2018 तक हम दोनों के लिए 3000 महीना देता था। विक्रम सिंह व महेंद्र सिंह के संपर्क में आने के बाद आज तक बंद कर दिए। कहना था कि अगर जमीन व रुपए नहीं देंगे तो अपने आप दोनों मर जाएंगे। हमारे पास न जमीन है न रुपए। शक्ति ने पहले जमीन ली, फिर रावला अपने नाम करवाया। जीप बिनणी (बेटे की पत्नी) के नाम करा ली। विक्रम व महेंद्र की सहमति से दोनों ने बंदूक ली और कहा- हमें खतरा है। ज्यादा कसूर शक्ति का ही है, इन दोषियों को सजा दिलाने में सब मदद करें।

मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा- बहू का इसमें प्रत्यक्ष सहयोग नहीं है। अगर सासू का ख्याल रखेंगे तो ठीक है, नहीं तो हमारे से भी बुरी हालत होगी। विवरण पूरा मेरी अलमारी में लिखा हुआ है। मैं कहता हूं शक्ति जैसी औलाद किसी को नहीं हो। जो बाप का नहीं वह किसी का भी नहीं। भगवान मुझे मोक्ष प्रदान करें। वापस इस दुनिया में ही भेजें। आप सब प्रार्थना करें। मेरा अंतिम संस्कार शक्ति नहीं करे, पोता आरडी सिंह करें।

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