
नए सत्र से जिले की 35 स्कूलों में बनेंगे स्मार्ट क्लास, बच्चे सीखेंगे नई तकनीक






निखिल स्वामी की रिपोर्ट
जयपुर. सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों का स्वरूप बदलने को लेकर प्रयास किए जा रहे है। ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षण व्यवस्था व सुविधा मिल सकें। इसी के तहत सरकारी स्कूलों में भी निजी स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट क्लास तकनीक से बच्चों को पढ़ाने को लेकर कार्य योजना तैयार कर ली है। इसके लिए करीब एक करोड़ 65 लाख के बजट से जिले के 35 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास तैयार करवाई जाएगी। इसको लेकर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी है। स्कूलों में स्मार्ट क्लास से पढ़ाई शुरू होने पर विद्यार्थियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं शिक्षा की नवीनतम तकनीकों से पढ़ाई का लाभ मिलेगा
प्रत्येक स्कूल को मिलेंगे विज्ञान-गणित किट, लैपटॉप, प्रोजेक्टर व उपकरण
आयोग से जारी करीब एक करोड़ 65 लाख की बजट से 35 स्कूलों को स्मार्ट क्लास के लिए लैपटॉप, प्रोजेक्टर, सोलर सिस्टम, डिजीटल कंटेंट आदि की खरीद की जाएगी। साथ ही इन स्कूलों में बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाए जाने के लिए के उद्देश्य से प्रत्येक स्कूल को 10-10 हजार रुपए की लागत से विज्ञान-गणित किट उपलब्ध करवाए जाएंगे। निजी स्कूलों के तर्ज पर सुविधाओं को विस्तार होने से सरकारी स्कूलों में नामांकन भी बढ़ेगा। साथ ही प्रभावी मॉनिटरिंग हुई तो शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सकेगा।
विद्यार्थियों को डिजिटल लर्निंग से करवाई जाएगी पढ़ाई, कई नवाचार भी होंगे समग्र शिक्षा के एडीपीसी हेतराम सारण ने बताया कि बीकानेर जिले को शिक्षा विभाग को नवाचार के लिए एक करोड़ 65 लाख रुपए का बजट मिला है। एक करोड़ 65 लाख की लागत से जिले के कुल 35 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम तैयार किए जाएंगे। विद्यार्थियों को डिजिटल लर्निंग से पढ़ाई करवाई जाएगी। डिजिटल सिलेबस भी तैयार करवाया जाएगा। बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए कई नवाचार किए जाएंगे।


