
एक हजार की आबादी पर ही खुलेंगे सीनियर सेकेंडरी स्कूल





बीकानेर। गांवों तक उच्च शिक्षा पहुंचाने की दृष्टि से शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फेरबदल कर दिया है। विभाग ने क्रमोन्नति नियमों में बदलाव करते हुए महज डेढ़ हजार आबादी वाले गांवों में ही उच्च माध्यमिक स्कूल खोलने का निर्णय किया है। इससे राज्य में उच्च माध्यमिक स्कूलों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और स्टूडेंट्स को दूसरे गांवों के बजाय खुद के गांव में पढऩे का अवसर मिलेगा।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार रेगिस्तानी, नदी, नाले, मेवात तथा जनजाति एरिया के ऐसे उच्च प्राथमिक स्कूलों को सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत किया जा सकेगा, जहां आठवीं कक्षा में कम से कम बीस स्टूडेंट्स हो। गल्र्स स्कूल खोलने के लिए आठवीं में बीस लड़कियों के साथ ही गांव की आबादी डेढ़ हजार होनी चाहिए। हालांकि ये शर्त भी लगाई गई है कि तीन किलोमीटर एरिया में कोई दूसरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल नहीं होना चाहिए। अगर किसी गांव के तीन किलोमीटर एरिया के दूसरे गांव में ही सीनियर सेकेंडरी स्कूल है तो वहां स्कूल नहीं खोले जाएंगे।
अपर प्राइमरी से सीधे सेकेंडरी
पहले प्रदेश में सेकेंडरी से सीनियर सेकेंडरी स्कूल क्रमोन्नत होते थे लेकिन अब नियमों में बदलाव हो गया है। अपर प्राइमरी को ही सीधे सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत किया जाएगा। दरअसल, सेकेंडरी स्कूल अब नहीं है। पिछले दिनों सरकार ने सभी सेकेंडरी स्कूल को सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत कर दिया। अब नए स्कूल भी सीधे सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत होंगे, हालांकि क्लासेज यहां धीरे धीरे बढ़ेगी। पहले नौंवी शुरू होगी, फिर दसवीं और इसी तरह अगले साल ग्यारहवीं व फिर बारहवीं। चार साल में स्कूल पूरी तरह सीनियर सेकेंडरी हो जाएगी। इसी तरह जो स्कूल अभी सैकंडरी से सीनियर सेकेंडरी में प्रमोट हुए हैं, वहां भी पहले साल ग्यारहवीं शुरू हो रही है।

