आशा सहयोगिनी ने कमीशन के नाम पर ठगे 18 लाख - Khulasa Online आशा सहयोगिनी ने कमीशन के नाम पर ठगे 18 लाख - Khulasa Online

आशा सहयोगिनी ने कमीशन के नाम पर ठगे 18 लाख

नागौर। जिले के रोल थाना क्षेत्र में एक आशा सहयोगिनी द्वारा गांव की 8 महिलाओं को कमीशन का लालच देकर उनसे करीब 18 लाख के सोने-चांदी के जेवरातों की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। ठगी का शिकार हुई पीडि़त महिलाओं का आरोप है कि सहयोगिनी ने उन्हें हर महीने 10 प्रतिशत कमीशन का लालच देकर गहने लिए थे। उसने बताया था कि जब भी उन्हें गहनों की जरुरत होगी वो उन्हें वापस लौटा देगी। कमीशन के लालच में आकर वो उसके जाल में फंस गई।
इस वारदात में वर्कर का इंश्योरेंस एजेंट पति और एन अन्य व्यक्ति भी शामिल था। अब आंगनबाड़ी वर्कर पति सहित घर से गायब है। इधर अपने गहने लेने उसके घर गई पीडि़त महिलाओं को उसकी सास और जेठानी ने गहने देने से मना कर दिया और लाठी-पत्थरों से मारपीट कर भगा दिया। परेशान महिलाओं ने रोल पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। वहीं पुलिस की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि ये पूरा मामला गोल्ड इन्वेस्टमेंट से जुड़ा हुआ है। अभी जांच चल रही है।
मोहनी देवी पत्नी बुदाराम नायक (54) निवासी खंवर ने बताया कि गांव में आशा सहयोगिनी संतोष पत्नी श्रवणराम (40) ने उसे बताया था कि उसका पति श्रवणराम पुत्र भनाराम जाट (45) निवासी खंवर इंश्योरेंस एजेंट है और एक अन्य व्यक्ति जो बैंक कर्मचारी है। वो तीनो मिलकर ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाते है। अगर कोई महिला उन्हें अपना एक तौला सोना देती है तो वो उसे हर महीने 10 प्रतिशत के हिसाब से 5 हजार रुपए कमीशन देंगे। इसके बाद जब उन्हें गहनों की जरुरत होगी तो वो भी उन्हें लौटा देंगे। इस पर मोहनी देवी झांसे में आ गई और उसने अपने 3 तौला सोने के गहने उसे दे दिए। संतोष ने तुरंत उसे 5 हजार रुपए दे दिए और बाकी के रुपए 8-10 दिन में बजट आने पर देने की बात कही।
धीरे-धीरे संतोष ने कई महिलाओं को अलग-अलग जगहों पर अपनी ये गोल्ड कमीशन स्कीम बताई। कुछ और महिलाएं उसके जाल में फंस गई। 10 दूसरी महिलाओं ने भी उसे 23 तौला सोना और करीब 80 तौलाचांदी के गहने दे दिए। इसके बाद एक-दो महीने उसने सभी महिलाओं को कमीशन दिया लेकिन उसके बाद बजट के बहाने बनाने लग गई। इसके बाद कई तरह के बहाने बनाते हुए कई महीने निकाल दिए। अब वो पति सहित अपने घर से भी गायब है। ये जानकारी मिलने पर 17 अप्रैल को सभी पीडि़त महिलाएं इक_ी होकर उसके घर गई तो वहां संतोष की सास और जेठानी ने उसकी कोई जानकारी होने से मना कर दिया। उन्होंने गहने लौटाने भी मना कर दिया और लाठी-पत्थरों से सभी महिलाओं पर हमला बोल दिया और उन्हें भगा दिया।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26