पश्चिमी देशों के प्रतिबंध से बौखलाया रूस
युद्ध का आज 17वां दिन है। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके पास के इलाकों में हमले तेज कर दिए हैं। पश्चिमी देशों रूस पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रतिबंधों का ऐलान कर रहे हैं। इसके पलटवार में रूस भी कड़े एक्शन ले रहा है। रूस ने धमकी देते हुए कहा है कि पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्रैश हो सकता है।
अमेरिका और रूस पिछले 24 साल से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रखरखाव के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। यहां दोनों के तालमेल से 21वीं सदी की कई महत्वपूर्ण खोजें भी हुई हैं, लेकिन यूक्रेन युद्ध ने हालात को बिल्कुल बदल दिया है। रूस की धमकी के बाद अमेरिकी एस्ट्रोनॉट मार्क वंदे हेई दो अन्य रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ कजाकिस्तान में उतरने का प्लान कर रहे हैं।
दो हिस्सों में बंटा है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को दो हिस्से में डिवाइड किया गया है। एक हिस्से को रूस ऑपरेट करता है, तो दूसरे को अमेरिका। 1998 में रूस और अमेरिका के एस्ट्रोनॉट ने एक साथ इस स्पेस स्टेशन में कदम रखा था। तब से ही दोनों की बीच साझेदारी जारी है।