रंगीला स्मृति शतरंज सीनियर वर्ग में हुआ उलटफेर, हर्षवर्धन ने रेटेड शातिर महावीर बिट्टू को दी मात जूनियर वर्ग में राघव आचार्य चैंपियन - Khulasa Online रंगीला स्मृति शतरंज सीनियर वर्ग में हुआ उलटफेर, हर्षवर्धन ने रेटेड शातिर महावीर बिट्टू को दी मात जूनियर वर्ग में राघव आचार्य चैंपियन - Khulasa Online

रंगीला स्मृति शतरंज सीनियर वर्ग में हुआ उलटफेर, हर्षवर्धन ने रेटेड शातिर महावीर बिट्टू को दी मात जूनियर वर्ग में राघव आचार्य चैंपियन

बीकानेर। खेल लेखक और समीक्षक स्वर्गीय झंवर लाल व्यास रंगीला की स्मृति में आयोजित चौदहवीं जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता बुधवार को प्रारंभ हुई। नत्थूसर गेट के बाहर स्थित नालंदा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खेली जा रही प्रतियोगिता के पहले दिन सीनियर वर्ग में दो राउंड खेले गए। इसमें 10 खिलाड़ी दो-दो अंकों के साथ संयुक्त बढ़त रहे, वहीं इस वर्ग में बड़ा उलटफेर करते हुए हर्ष वर्धन स्वामी ने रेटेड शातिर महावीर बिट्ठू को मात दी।
जूनियर वर्ग में पहले दिन सभी पांच चक्र खेले गए, जिसमें 4.5 अंकों के साथ राघव आचार्य इस वर्ग के विजेता रहे। भविष्य शर्मा और आकाश स्वामी ने 4-4 अंक प्राप्त किए।  प्रोग्रेसिव गणना के आधार पर शर्मा ने दूसरा और स्वामी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं इस वर्ग में चक्षु हर्ष ने 3.5 अंक हासिल किए।
इसी प्रकार सब जूनियर वर्ग में बुधवार को चार राउंड खेले गए। जिनमें लोकेश उपाध्याय, पार्थसारथी दाधीच तथा प्रिया सांखला ने चार-चार अंकों के साथ संयुक्त बढ़त हासिल की। इस वर्ग में 10 शातिरों ने 3-3 अंक हासिल किए। प्रतियोगिता में सबसे छोटे शातिर के रूप में छह वर्षीया तन्वी पडिहार एवं सात वर्षीय यशवर्धन स्वामी ने भागीदारी निभाई। वहीं 76 वर्षीय रामदेव चौधरी और 68 वर्षीय रामकिशन चौधरी ने भी मोहरे चलाए।
इससे पहले माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की जिला शिक्षा अधिकारी (प्रशिक्षण) सुनीता चावला तथा वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गौरी शंकर प्रजापत ने मोहरे चलाकर प्रतियोगिता का आगाज  किया। चावला ने कहा कि शतरंज हमें अनुशासन और एकाग्रता के साथ आगे बढ़ने की सीख देता है। युवा शातिरों को चाहिए कि खेल भावना के साथ खेलते हुए सफलता की पथ पर आगे बढ़े। डॉ. प्रजापत ने कहा कि संस्था द्वारा शतरंज के युवा खिलाड़ियों को तलाशने का कार्य किया जा रहा है, जो कि अनुकरणीय है।
रंगीला फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट बसंत आचार्य ने संस्था की विभिन्न गतिविधियों के बारे में में बताया। संरक्षक दुर्गा शंकर आचार्य ने रंगीला के व्यक्तित्व और कृतित्व प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन मधुसूदन व्यास ने किया।
पहले दिन आर्बिटर के रूप में रामकुमार, एसएन करनानी, डीपी छींपा, हर्षवर्धन हर्ष तथा उषा ओझा मौजूद रहे।
आयोजन सचिव जुगल किशोर व्यास ने बताया कि दूसरे दिन के मुकाबले प्रातः 10 बजे से खेले जाएंगे। विजेताओं को 3 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26