प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश:चलेंगी बर्फीली हवाएं - Khulasa Online प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश:चलेंगी बर्फीली हवाएं - Khulasa Online

प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश:चलेंगी बर्फीली हवाएं

जयपुर। राजस्थान में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। वजह है- कश्मीर और हिमाचल में बन रहा नया वेदर सिस्टम। इसके चलते उत्तरी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में हल्की बरसात के आसार हैं। इसके बाद तेज सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा। पहाड़ों पर बर्फबारी-बारिश से बर्फीली हवाएं चलेंगी। मैदानी इलाकों में भी इसका असर महसूस होगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस(वेदर सिस्टम) एक्टिव हुआ है। हालांकि यह ज्यादा शक्तिशाली नहीं है, इसलिए हो सकता है कि इसका असर ज्यादा नहीं रहे। लेकिन इन इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की पूरी संभावना है। अनुमान है कि 2 नवंबर तक इस सिस्टम का असर रहेगा। इसके बाद 4 नवंबर को दोबारा से नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा। यह काफी प्रभावशाली होगा।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और तेज बारिश के आसार
4 नवंबर को उत्तरी भारत के जम्मू-लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड एरिया में एक्टिव होने वाले इस सिस्टम से कहीं-कहीं बारिश के साथ भारी बर्फबारी होगी। यही नहीं, इस सिस्टम का असर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में भी देखने को मिलेगा। हनुमानगढ़, गंगानगर सहित कई जिलों में 6 नवंबर को मौसम में बदलाव होगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
8 नवंबर से बढ़ेगी सर्दी
7 नवंबर को इस सिस्टम के चले जाने के बाद एक बार फिर उत्तरी हवाएं मैदानी इलाकों में आनी शुरू होंगी। संभावना है कि बफीर्ली हवाएं चलने से मैदानी इलाके दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सर्दी बढ़ेगी। तापमान में और तेजी से गिरावट होगी। 8 नवंबर से लोगों को तेज सर्दी का सामना करना पड़ सकता है।

चित्तौडग़ढ़ में 10 डिग्री सेल्सियस तक आया पारा
राजस्थान में ताजा मौसम देखें तो तापमान में उतार-चढ़ाव रहा है। चित्तौडग़ढ़ में बीती रात न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह इस सीजन यहां की सबसे ठंडी रात रही। इससे पहले तक सीकर में न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह हनुमानगढ़, जालोर, अलवर, बारां, चूरू, उदयपुर में भी बीती रात न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। करीब 10 साल में ये प्रतिमा बनकर तैयार हुई, अनावरण भी हो चुका है। …लेकिन इस प्रतिमा को बनाने वाले दो चेहरे ऐसे हैं, जिन्होंने हर हाल में इसे पूरा करने की ठानी। ये हैं मूर्ति को बनवाने वाले मदन पालीवाल और मूर्ति बनाने वाले नरेश कुमावत

 

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26