
शहर के बीच से गुजरेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन: छह किमी ट्रैक पर पाेल व वायरिंग का काम पूरा






बीकानेर। मंडल में इस साल 360 किलाेमीटर ट्रैक पर पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिफिकेशन का काम। बीकानेर शहर के बीच से गुजरेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन। रेलवे ने इस काम काे करने के लिए काेई अतिक्रमण नहीं हटाया है। खासबात यह है कि बिना अतिक्रमण हटाए रेलवे के तकनीकी अधिकारियाें ने बीकानेर-लालगढ़ के बीच छह किमी ट्रैक पर पाेल व वायरिंग का काम कंपलीट कर लिया गया है। बीकानेर मंडल इस साल रेलवे के चार ट्रैक पर 360 किलाेमीटर एरिया में इलेक्ट्रिफिकेशन का काम कंपलीट करेगा। इसमें बीकानेर-लालगढ़ के बीच छह किलाेमीटर का यह टुकड़ा भी शामिल है। इस काम के लिए ट्रैक के साइड में पाेल लगाकर वायरिंग खींची गई है।
हालांकि अभी तक यहां किसी तरह से काेई ट्रायल नहीं लिया गया है। रेलवे अधिकारियाें के मुताबिक मंडल में इस साल सूरतगढ़-श्रीगंगानगर 137 किमी, सूरतगढ़-अनूपगढ़ 59 किमी, लालगढ़ फलाैदी 158 किमी और बीकानेर-लालगढ़ के बीच छह किमी में इलेक्ट्रिफिकेशन का काम कंपलीट करने का लक्ष्य रखा गया है। एक किमी इलेक्ट्रिफिकेशन पर करीब 75 लाख रुपए का खर्च आता है। रेलवे सूरतगढ़-लालगढ़ 163 किमी और लालगढ़ से फलाैदी तक 158 किमी पर पाेल व वायरिंग का काम कंपलीट करने में जुटा है। ये काम हाेते ही बीकानेर सीधे बठिंडा तक इलेक्ट्रिफिकेशन से जुड़ जाएगा।
ये हाेगा फायदा : रेलवे की ओर से इन चार ट्रैक पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम कंपलीट करने के बाद बंठिडा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, रेवाड़ी, सादुलपुर, चूरू, रतनगढ़, फलाैदी, जैसलमेर, बठिंडा तक का एरिया आपस में नए सेटअप से जुड़ जाएगा। इलेक्ट्रिक ट्रेनाें के चलने से समय की बचत हाेगी। डीजल इंजन बंद हाेने से खर्च कम हाेने के साथ पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी।


