
पोस्टर प्रदर्शनी में दिखा ओल्ड इज गोल्ड,हिन्दी सिनेमा के सौ साल का सफर






खुलासा न्यूज,बीकानेर। किसी भी देश में बनने वाली फिल्में वहां के सामाजिक जीवन और रीति-रिवाज का दर्पण होती हैं। भारतीय सिनेमा के सौ वर्षों के इतिहास में हम भारतीय समाज के विभिन्न चरणों का अक्स देख सकते हैं।एक सौ वर्षों की लम्बी यात्रा में हिन्दी सिनेमा ने न केवल बेशुमार कला प्रतिभाएं दीं बल्कि भारतीय समाज और चरित्र को गढऩे में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। हिंदी सिनेमा के 100 साल की यादों को चिरस्थाई बनाने के उद्देश्य से नोशाद एकेडमी ऑफ हिंदुस्तानी संगीत व अमन कला केंद्र की ओर से बीकानेर के राजमाता सुदर्शना कला दीर्घा में दो दिवसीय ओल्ड फि़ल्म पोस्टर प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमें भारतीय सिनेमा के सैा सालों की झलक देखने को मिल रही है। लंबे अर्से तक इनके पोस्टरों को संभालने का जूनून रखने वाले एम रफीक कादरी बताते है कि सिनेमा के 100 साल ओल्ड फि़ल्म पोस्टर प्रदर्शनी 1930 से 1950 के फ्लेक्स बेनर व 1951 से 2000 तक ओरिजनल फिल्मों के पोस्टर प्रदर्शनी व पुराने फि़ल्मी गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कादरी पिछले कई वर्षों से इस प्रकार की पोस्टर प्रदर्शनी लगाकर सोशल मीडिया के इस युग में भारतीय सिनेमा के सौ साल के सफर को जिन्दा रखे हुए है। संस्था के अध्यक्ष एम रफ़ीक कादरी ने बताया शनिवार उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि संगीत प्रेमी एन डी रंगा व नरेश गोयल थे। अध्यक्षता सयुंक्त रूप से रामरतन धारणियां व बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री डॉ मीना आसोपा ने की। विशेष आमन्त्रित मेहमान डॉ श्याम अग्रवाल,एम आर मुग़ल, समुद्र सिंह राठौड,संजीव एरन,एस कुमार हटीला थे। इस अवसर पर ख्वाजा हसन कादरी,अनीस खरादी,सुशील दम्माणी,सिराजुद्दीन खोखर,एम रफ़ीक कादरी,एम दाऊद बीकानेरी,अज़ीज भुट्टा,सबीर अहमद ने अपने गीत सुनाये। संस्था से जुड़े अनवर अजमेरी ने बताया की 5 दिसम्बर को फि़ल्म संगीत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनाब इकबाल हुसैन समेजा होंगे। अध्यक्षता सयुंक्त रूप से सिंथेसिस के डायरेक्टर मनोज बजाज व डॉ अबरार पंवार करेंगे। विशिष्ट अतिथि डॉ सी एस मोदी,नेमचंद गहलोत,रामदेव अग्रवाल,रोशन अली बागवान,एम आर कुकरेजा,डॉ सुधीर शर्मा,कन्हैया सर, अशोक सोनी जसमतिया ,अविनाश भार्गव ,डॉ यश बंशी माथुर होंगे।


