
नर्स की ईमानदारी बन गई नजीर, बदल गई कहावतें, संभागीय आयुक्त ने थपथपाई पीठ





खुलासा न्यूज, बीकानेर। सरकारी कार्मिको पर रिश्वत लेने की खबरें तो आजकल आम हो गई है लेकिन लेकिन आज की खुलासा न्यूज में पाठकों के लिए पेश है रिश्वत ओर सरकारी कार्मिकों के लिए समाज मे व्याप्त कहावतें बदल जाने की खबर।
बीकानेर शहर के एक हॉस्पिटल में कार्यरत नर्स की ईमानदारी आज पूरे चिकित्सा जगत में सर चढ़ कर बोली जब संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने इस नर्स को उसकी ईमानदारी के लिए सम्मान से नवाजा है। राज्य कर्मियों के स्वास्थ्य उपचार की गारंटी के रूप में सरकार में हर जिले में कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय तो खोल रखे है लेकिन इन हॉस्पिटलों में बीमित कार्मिकों के लाखों का बिल पास करने के एवज में खुद सरकारी कार्मिक रिश्वत देने की मजबूरी सहन करते है। लेकिन बीकानेर शहर में जैसलमेर रोड पर स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में कार्यरत नर्स रेखा चोपड़ा ने ईमानदारी का परिचय देते हुए बिना किसी सेवा-शुल्क लिए यहां पर हजारों बीमीतों के लाखों रुपयों के बिल पास करवाये है। ईमानदारी की मिसाल कायम करने पर इन्हें संभागीय आयुक्त नीरज के पवन कुमार ने पीठ थपथपाते हुए अवार्ड देकर सम्मानित किया है। रेखा चौपड़ा की ईमानदारी की तारीफ चहुंओर हो रही है। इनकी ईमानदारी आज समाज में प्रेरणा बनी है।
रेखा चौपड़ा जो कि मुलत : झुंझुनू बघपुरा मण्डड्रेला की रहने वाली है। 2016 में झुंझुनू स्थित पीएचसी में पोस्टिंग हुई, यहां अक्टूबर तक अपनी सेवाएं प्रदान की। इसके बद नवम्बर 2017 में कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई हॉस्पीटल) जवाहर नगर बीकानेर में पदस्थापन हुआ। 2017 से अब तक इसी हॉस्पीटल में अपनी बखूबी से सेवाएं दे रही है। पिछले चार साल में इन्होंने हजारों बीमित व्यक्तियों के बिल पास करवाए है। इस दरम्यान कई बीमित व्यक्तियों द्वारा बिल के एवज में रिश्वत देने का प्रयास किया, लेकिन इनका कभी मन नहीं डोला। ऐसे में ईमानदारी नजीर बन गई।


