बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी, बॉर्डर पर पारा पहुंचा 55.5 डिग्री, अब तक 24 लोगो की मौत - Khulasa Online बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी, बॉर्डर पर पारा पहुंचा 55.5 डिग्री, अब तक 24 लोगो की मौत - Khulasa Online

बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी, बॉर्डर पर पारा पहुंचा 55.5 डिग्री, अब तक 24 लोगो की मौत

बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी, बॉर्डर पर पारा पहुंचा 55.5 डिग्री, अब तक 24 लोगो की मौत

खुलासा न्यूज़।(डिगेश्वर सेन बापेऊ)  बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। नौतपा शुरू होने के साथ ही बीकानेर में तापमान सुबह दस बजे से पहले तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।वहीं देर रात तक न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं रहने वाला। गर्मी से राहत मिलने की फिलहाल कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। बीकानेर के अलावा नोखा, लूणकरनसर, खाजूवाला, डूंगरगढ़, छतरगढ़, बज्जू व कोलायत सहित सभी ग्रामीण क्षेत्रों में भी पारा 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने का दावा किया जा रहा है। नापासर कस्बे में भी दिन में सन्नाटा पसर गया है। गर्मी के कारण लोग आवश्यक काम भी अब सुबह नौ बजे से पहले या फिर शाम को छह-सात बजे के बाद कर रहे हैं।

भीषण गर्मी से पिछले चार दिन में 24 लोग जान गंवा चुके हैं। रविवार को जैसलमेर से सटे भारत-पाक बॉर्डर पर तापमान 55.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बीएसएफ द्वारा रिकॉर्ड किए गए इस तापमान पर मौसम विभाग ने कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया है।

बीकानेर नगर निगम ने रेलवे क्रासिंग के दोनों और टेंट लगा दिए हैं ताकि क्रासिंग बंद होने की स्थिति में यहां खड़े रहने वालों को राहत मिल सके। छांव होने के कारण कुछ राहत मिली है। हेल्थ डिपार्टमेंट भी अलर्ट मोड पर है। सभी सरकारी अस्पतालों में लू से पीड़ित लोगों के लिए बेड रिजर्व किए गए हैं। पीबीएम अस्पताल में भी लू से पीड़ित लोगों के लिए बेड रखे गए हैं। सैटेलाइट व जिला अस्पताल में भी लू के लिए अलग से वार्ड बन गया है। बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।

नोखा में भी जगह-जगह लगे टैंट

बीकानेर के बाद अब नोखा में भी आम लोगों को गर्मी से राहत देने के लिए टेंट हाउस के सहयोग से जगह-जगह टेंट लगाए गए हैं। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लोग टेंट के नीचे खड़े होने लगे हैं। टेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामदेव प्रजापत ने बताया कि आम आदमी को राहत देना ही एकमात्र उद्देश्य है।

बढ़ती गर्मी के साथ हीटवेव की चपेट में आ रहे मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रदेश में इस सीजन में अब तक 2243 रोगी हीट स्ट्रोक के आ चुके हैं। विभाग का दावा है कि इनमें से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। हेल्थ डिपार्टमेंट की एसीएस शुभ्रा सिंह ने बताया- इस सीजन में प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड में 82 हजार से ज्यादा मरीज आए हैं, जिनमें से 2243 रोगी हीट स्ट्रोक के थे।

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