2024 के लिए ममता का पहला बड़ा संकेत
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की सत्ता से दूर रखने में कामयाब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर लगातार हमलावर हैं।
गुरुवार को प्रधानमंत्री की कश्मीरी नेताओं के साथ मीटिंग पर ममता ने कहा कि कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाया जाना, कश्मीरियों की आजादी छीनना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से वैक्सीन के लिए देश की बदनामी हुई, उसी तरह आर्टिकल-370 हटाने पर भी देश की बदनामी हुई है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि एक तरफ ममता जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर लगातार हमले कर रही हैं। वहीं विधानसभा चुनाव में उनके चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर और TMC के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा तीसरे मोर्चे को मजबूत करने की प्रक्रिया में जुट गए हैं।
प्रशांत किशोर पिछले 10 दिनों में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से 3 बार मुलाकात कर चुके हैं। वहीं सिन्हा ने एक दिन पहले ही राष्ट्र मंच के बैनर तले दिल्ली स्थित शरद पवार के घर बैठक की। यह बैठक करीब ढाई घंटे चली, जिसमें कांंग्रेस और बीएसपी को छोड़कर आम आदमी पार्टी, एनसीपी, टीएमसी, समाजवादी पार्टी, आरजेडी और अन्य दल शामिल हुए थे।
इस मीटिंग को मोदी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अगले साल उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में यह तैयारी विपक्षी दलों के लिटमस टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री और संघ भी पिछले कुछ दिनों से यूपी को लेकर कई बैठकें कर चुका है। राज्य की 72 लोकसभा सीटें दिल्ली की दिशा तय करती हैं। ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष की बैठकों को बड़ी तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।