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अगर पढ़ाई में बरती लापरवाही तो आठवी में जायेंगे फेल, इस बार नए नियम लागू

बीकानेर। प्रदेश के 12.64 लाख स्टूडेंट की आठवीं बोर्ड परीक्षा इस बार नए नियमों से होगी। राज्य सरकार ने 15 सितंबर 2020 को 8वीं बोर्ड परीक्षा के लिए नए नियम लागू किए थे। लेकिन कोविड-19 के चलते पिछले दो.शिक्षा सत्रों में आठवीं बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई।
बिना परीक्षा ही स्टूडेंट को अगली कक्षा में प्रमोट किया गया। स्थिति सामान्य होने पर दो साल के बाद शिक्षा विभाग ने आठवीं बोर्ड की परीक्षा करवाने का फैसला किया है। परीक्षा 16 अप्रैल से शुरू होगी। नए नियमों के मुताबिक स्टूडेंट्स को आठवीं बोर्ड की परीक्षा में पास होने के लिए पासिंग माक्र्स लाना जरूरी होगा। यदि स्टूडेंट्स पासिंग माक्र्स नहीं लाता है तो उसे अगली कक्षा में क्रमोन्नत नहीं किया जाएगा। बल्कि उसको सप्लीमेंट्री एग्जाम देना होगा। सप्लीमेंट्री एग्जाम पास करने पर ही स्टूडेंट्स को 9वीं कक्षा में प्रवेश मिल पाएगा।
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी दिशा-निर्देश के तहत कक्षा-8 में पूर्व में लागू ग्रेडिंग स्केल में भी संशोधन किया गया है। अब 86-100 अंक लाने पर ग्रेड च्एज् 71-85 पर ग्रेड च्बीज् 51-71 पर च्सीज् 33-51 पर च्डीज् एवं 0-32 अंक लाने पर च्ईज् ग्रेड मिलेगा। निर्देश में यह स्पष्ट किया गया है कि 0 से 32 अंक के आधार पर ग्रेड ई प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में क्रमोन्नत नहीं किया जाएगा।
केंद्र की तर्ज पर राजस्थान में लागू हुआ नियम
केंद्र सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन 11 जनवरी 2019 से यह नया प्रावधान लागू किया गया था। इसके बाद राजस्थान सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन 15 सितंबर 2020 को जारी कर इसे लागू किया था वर्ष 2020 एवं 2021 की आठवीं बोर्ड परीक्षा में यह प्रावधान लागू नहीं हो सका था क्योंकि राजस्थान में आठवीं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिए ही अगली कक्षा में क्रमोन्नत कर दिया गया।
इस बार दोपहर की शिफ्ट में होगी 8वीं बोर्ड परीक्षा, पारा 40 से ऊपर होगा, गांव की स्कूलों में पंखे तक नहीं
शिक्षा विभाग में आठवीं बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है। परीक्षा 16 से 27 अप्रैल के बीच होगी। कोविड-19 के कारण यह पहला मौका होगा जब आठवीं की परीक्षा 10वीं के साथ मार्च में शुरू होने के बजाय अप्रैल में करवाई जा रही है। परीक्षा दोपहर 2 से शाम 4.30 बजे तक होगी। विभिन्न शिक्षक संगठनों में परीक्षा के समय को लेकर एतराज जताया है।
वर्तमान में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के करीब चल रहा है। अप्रैल में यह 45 डिग्री के पास जाने की संभावना है। ऐसे में शिक्षक संगठनों ने आठवीं और पांचवी बोर्ड की परीक्षा सुबह की शिफ्ट में सुबह करवाने की मांग रखी है। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के पदाधिकारियों ने इस संबंध में प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को एक ज्ञापन भी भेजा है। ज्ञापन में बताया गया है कि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के भीषण गर्मी में स्कूल से दूर स्थित परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में समस्या होगी है।
8 बोर्ड परीक्षा: 16 से 27 अप्रैल
टाइम: दोपहर 2 से शाम 4.30 बजे
स्टूडेंट्स : 12.64 लाख
5वीं बोर्ड परीक्षा:19 से 27 अप्रैल
टाइम: दोपहर 2 से शाम 4.30 बजे
तृतीय भाषा का पेपर: सुबह 8.30 से 11 बजे
स्टूडेंट्स: 15 लाख
अप्रैल में ही बदलता है स्कूलों का समय
गर्मी के मौसम को देखते हुए शिक्षा विभाग एक अप्रैल से स्कूलों के समय में भी बदलाव करता है। एक अप्रैल से एक पारी स्कूलों का संचालन सुबह 7.30 से दोपहर 1 बजे तक किया जाता है। वर्तमान में एक पारी स्कूलों का समय 10 से दोपहर 4 बजे तक है।

आमतौर पर 8वीं और 10वीं की परीक्षा एक साथ मार्च में होती है। लेकिन इस बार आठवीं की परीक्षा 16 अप्रैल से करवाई जा रही है। राज्य की भौगोलिक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए आठवीं और पांचवी की परीक्षा सुबह की पारी में करवाने की मांग रखी गई है। – रवि आचार्य, प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री, शिक्षक संघ राष्ट्रीय

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