प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, झालावाड़ में सवा 8 इंच रिकॉर्ड बरसात, इन जिलों में अच्छी बारिश का बन रहा है योग - Khulasa Online प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, झालावाड़ में सवा 8 इंच रिकॉर्ड बरसात, इन जिलों में अच्छी बारिश का बन रहा है योग - Khulasa Online

प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, झालावाड़ में सवा 8 इंच रिकॉर्ड बरसात, इन जिलों में अच्छी बारिश का बन रहा है योग

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से सुस्त पड़े मानसून ने आज रफ्तार पकड़ी है। उमस और चिपचिपी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली है। झालावाड़, पाली, जोधपुर, कोटा, बारां, सवाई माधोपुर, टोंक समेत कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज हुई है। सबसे ज्यादा बारिश झालावाड़ जिले के पिड़ावा कस्बे में हुई। यहां सवा 8 इंच वर्षा दर्ज हुई। कस्बे की सड़कों पर एक से डेढ़ फीट तक पानी बहने लगा। दोपहिया वाहन आधे से ज्यादा पानी में डूबे नजर आए। जोधपुर, पाली में भी तेज बारिश के कारण सड़कों पर आधा फीट तक पानी बहता दिखा।मौसम विभाग और जल संसाधन विभाग से मिले डेटा के मुताबिक, झालावाड़ के सुनेल, पचपहाड़ और पिड़ावा में जमकर बारिश हुई। पिड़ावा में शाम 6 बजे तक 210MM करीब सवा 8 इंच पानी बरसा। बारिश के कारण यहां सड़कें दरिया बन गईं। डेढ़ से दो फीट पानी बहने लगा। सुनेल में 95, पचपहाड़ में 75MM बारिश दर्ज हुई। इसके अलावा बारां के अटरू में 53, छबड़ा 61, सवाई माधोपुर में 53, चूरू के सरदारशहर में 48, सिरोही के पिण्डवाड़ा में 46, दौसा के बसवा में 48, लालसोट में 40MM बारिश हुई। उदयपुर एयरपोर्ट पर 30.4 और टोंक जिले में 30 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर 24 मिमी बारिश हुई।मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले दो दिन 24 और 25 जुलाई को प्रदेश के दक्षिण हिस्से में अच्छी बारिश की उम्मीद है। भीलवाड़ा, बूंदी, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के जालौर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर क्षेत्र के कई स्थानों बिजली गरजने और मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।

अच्छी बारिश का बन रहा है योग

वायु धारिणी पूर्णिमा पर शुक्रवार को जयपुर शहर में दो जगहों पर शाम को वायु परीक्षण कर मौसम का पूर्वानुमान लगाया गया। जंतर-मंतर पर करीब 95 फुट ऊंचे सम्राट यंत्र पर सूर्यास्त के समय वायु परीक्षण के दौरान हवा पश्चिम से पूर्व की ओर बही, वहीं कुछ सेकेंड के लिए हवा ने अग्निकोण की ओर रुख किया। ज्योतिषियों ने इसे खंडवृष्टि यानी कहीं अधिक तो कहीं मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया। वहीं टोंक रोड पर हुए वायु परीक्षण में हवा पश्चिम से पूर्व की ओर बही। यहां ज्योतिषियों ने सुवृष्टि यानी अच्छी वर्षा का योग बताया।

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