
वांटेड बदमाशों की आर्थिक मार की तैयारी शुरू पहली बार इस तरीके का ऑपरेशन







जयपुर। आदतन बदमाशों की कमर तोडऩे के लिए जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने एक नया तरीका इजात किया हैं। इस तरीके से बदमाशों की आर्थिक मदद पूरी तरह से खत्म होगी साथ ही उन्हे मदद करने वालों पर भी एक्शन किया जाएगा। करधनी में विजेन्द्र सिंह की हत्या के बाद फरार चल रहे बदमाशों को आर्थिक दंड देने के लिए पुलिस ने यह स्टैप उठाया हैंं। वैस्ट जिला पुलिस को जानकारी मिली थी की फरार नामजद आरोपियों की सिंधी कैम्प में अवैध बस टिकट स्टॉल हैं। इस पर पुलिस टीम ने चार जगहों पर रेड करते हुए स्टॉल को जब्त किया और स्टॉल पर बैठे युवकों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया हैं।
वांटेड बदमाशों को जल्दी पकडऩे के लिए चलेगा ऑपरेशन
नामजद बदमाशों की आर्थिक कमर तोडऩे के लिए जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने पहली बार कदम उठाया है। पुलिस ने सिंधी कैंप के आस-पास चल रहे बदमाशों के तीन टिकट काउंटरों को बंद करवाया दिया हैं। इन काउंटरों से बदमाशों को आर्थिक सहायता मिल रही थी। जिससे ये लोग गैंग बनाकर शहर में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि 9 नवंबर की शाम को दो गाडिय़ों में सवार होकर आए बदमाशों ने प्रॉपर्टी व्यवसायी विजेंद्र सिंह गुलाबबाड़ी की सरिए व डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी।
इस संबंध में मृतक के भाई सत्येन्द्र सिंह ने करधनी थाने में जितेन्द्र हुलदानी, सागर सिंह, रविन्द्र खानड़ी सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस ने वारदात में शामिल रैकी करने वाले दो आरोपी नागौर के चावंडिया निवासी बलदीप सिंह राठौड़ उर्फ सोनू व नागौर के परबतसर निवासी विजय सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार कर लिया। जिनसे पूछताछ में सामने आया कि गिरोह के सरगना शिवराज सिंह जुसरिया व अजय सिंह सिंगोद कुछ लोगों के साथ मिलकर सिंधी कैंप के पास अवैध टिकट काउंटर चलाते है। जहां से आने वाले पैसों को आपराधिक गतिविधियों में काम में लेते है।सूचना के बाद झोटवाड़ा एसीपी प्रमोद स्वामी के नेतृत्व में गठित टीमों ने बदमाशों के चारों काउंटर को चिन्हित कर बंद करवा दिए।
इन बदमाशों की सहायता करने वालों पर भी पैनी नजर
एसीपी झोटवाड़ा प्रमोद स्वामी ने बताया कि पुलिस के पास उन लोगों की भी लिस्ट है जिन लोगों ने इन बदमाशों की पूर्व में भी मदद की थी। अगर इस बार किसी ने इन बदमाशों की किसी भी प्रकार से मदद की तो वह बचेगा नहीं। बदमाशों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होगी अगर बदमाशों ने रिमांड के दौरान बताया कि उन्हे किसी ने मदद की थी तो वह व्यक्ति सावधान हो जाए। उसे बदमाशों को शरण देने-आर्थिक मदद देने सहित अन्य मुकदमों में जेल जाना होगा। वहीं ऐसे लोगों पर हमेशा नजर बनी रहे इस के लिए इन लोगों को चिन्हिंत किया जाएगा।

