FD की ब्याज दरें बढ़ना तय:बैंक लोन डिमांड 9 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंची - Khulasa Online FD की ब्याज दरें बढ़ना तय:बैंक लोन डिमांड 9 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंची - Khulasa Online

FD की ब्याज दरें बढ़ना तय:बैंक लोन डिमांड 9 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंची

नई दिल्ली बैंक लोन की डिमांड 9 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है, लेकिन डिपॉजिट इस रफ्तार से नहीं बढ़ रहे हैं। इस कारण बैंकों के पास फंड की कमी हो रही है। ऐसे में डिपॉजिट की ब्याज दरें बढ़ना तय माना जा रहा है। एक साल के भीतर डिपॉजिट दरें 1.75-2.25% बढ़ाई जा सकती हैं।

रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 1 अप्रैल से शुरू चालू वित्त वर्ष में 26 अगस्त तक बैंकों ने 5.66 लाख करोड़ रुपए के कर्ज बांटे हैं। यह बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में बांटे गए लोन से 4.8% ज्यादा है। बीते साल अगस्त से इस मामले में 0.5% गिरावट आई थी। यही नहीं, यह कैलेंडर वर्ष 2021 में 26 अगस्त तक बांटे गए लोन से 15.5% ज्यादा है। यह 1 नवंबर, 2013 के बाद लोन डिस्ट्रीब्यूशन का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।

रेपो रेट और डिपॉजिट दरों में कम होने लगा अंतर

  • चालू वित्त वर्ष में अगस्त तक डिपॉजिट रेट 0.30-0.60% बढ़े। इस दौरान रेपो रेट 1.40% बढ़कर 5.4% के स्तर पर पहुंच गया।
  • हाल के हफ्तों में यस बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, ICICI बैंक और यूनियन बैंक ने FD रेट में 0.30-0.50% बढ़ोतरी की।
  • रेपो और डिपॉजिट रेट के बीच का अंतर धीरे-धीरे कम हो रहा है। यह जुलाई में 0.80-1.0% था। अभी घटकर 0.6-0.8% रह गया।

2018 के लेवल पर आ सकते हैं डिपॉजिट रेट
तीन साल की FD की दरें 2018 के स्तर 7.25-8.5% की तरफ बढ़ रहीं हैं जो अभी 5.5-6.25% हैं। एक बैंकर ने कहा, ‘यदि बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी के अनुरूप लोन रेट बढ़ाते हैं तो अगले 6-9 माह में तो डिपॉजिट रेट तेजी से बढ़ना चाहिए।’

मार्च 2023 तक 0.75% बढ़ सकती है रेपो रेट
बैंकों का मानना है कि मार्च 2023 तक रेपो रेट में और 0.75% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके बाद रेपो रेट में कटौती शुरू होने की उम्मीद है। एक प्राइवेट बैंकर ने कहा, ‘अगले साल जनवरी से डिपॉजिट रेट में तेज बढ़ोतरी होनी चाहिए।’

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