डीएसटी टीम ने पूरे साल अपराधियों को लेकर रही सक्रिय, कई बड़े मामलों को किया खुलासा, अपराधियों को भेजा हवालात - Khulasa Online डीएसटी टीम ने पूरे साल अपराधियों को लेकर रही सक्रिय, कई बड़े मामलों को किया खुलासा, अपराधियों को भेजा हवालात - Khulasa Online

डीएसटी टीम ने पूरे साल अपराधियों को लेकर रही सक्रिय, कई बड़े मामलों को किया खुलासा, अपराधियों को भेजा हवालात

खुलासा न्यूज बीकानेर। सालभर में थानों में जहां अपराध बढ़े और अपराधी बेलगाम होते नजर आए, वहीं जिला पुलिस अधीक्षक के अधीन गठित डीएसटी (जिला स्पेशल टीम) ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर अपराधियों को पस्त किया। एक तरह से थानों की ढिलाई से उनके क्षेत्र में छिपे बदमाशों, हथियार और मादक पदार्थ तस्करों को डीएसटी की टीम ने दबोचने का काम किया। ऐसे में जिले की अपराध नियंत्रण की खराब रही परफोर्मेंस को ढकने का काम इस टीम ने कर दिखाया।
जिला स्तर पर गठित डीएसटी ने ही रीट से लेकर एसआइ भर्ती परीक्षा तक में नकल गिरोह पर शिकंजा कसा। बड़े इनामी व फरार अपराधी भी पकड़ में आए। इससे अफसरों ने जहां राहत की सांस ली वहीं थानों के लम्बे चौड़े लवाजमे पर भी सवाल खड़े हुए। कई कार्रवाई के बाद थाना स्तर पर कार्मिकों की सेटिंग सामने आने पर पुलिस अधीक्षक ने संबंधित कार्मिकों पर कार्रवाई भी की।
पुलिस थानों पर कई पुलिसकर्मी सालों से जमे बैठे हैं। इसके साथ ही एएसआइ हवलदार, एसआइ आदि घूम-फिरकर फिर उसी थाने में आ जाते हैं। उनके थाना क्षेत्र के लोगों के साथ गहरे संबंध बन जाते हैं। ऐसे में अपराधियों के साथ सांठ-गांठ की शिकायतें आती हैं। थाना स्तर पर गंभीर अपराधों से निबटाने के एक्सपर्ट भी कम होते हैं। हार्डकोर बदमाशों पर हाथ डालने पर थाने पर राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव भी आता है। पुलिस अधीक्षक या अधीनस्थ अधिकारी के पास किसी अपराध की गुप्त सूचना आने पर तत्वरित कार्रवाई के लिए भी जिला स्तर पर टीम की जरूरत महसूस की जाती रही है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने जिला स्तर पर विशेष टीम का गठन किया। इसके प्रभारी सीधे एसपी को रिपोर्ट करते हैं।
डीएसटी ने दिखाए कानून के हाथ
साल 2021 में जिला विशेष टीम ने कुल 73 प्रकरणों में 142 आरोपियों को पकड़ा। इनमें 30 हथियार बरामद किए गए। टीम ने लूट डकैती के 12 प्रकरणों में 27 आरोपी, फायरिंग के मामलों में 10,
एनडीपीएस के छह मामलों में सात जनों को गिरफ्तार किया। कोरोनाकाल में अवैध रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी जैसे आमजन के जीवन से खिलवाड़ करने के दो मामाले भी पकड़े। इनमें नौ आरोपी गिरफ्तार किए गए। इसी तरह आम्र्स एक्ट के 20 प्रकरणों में 20 आरोपी जुआ-सट्टे के चार मामलों में 16 आरोपी, वाहन चोरी के छह प्रकरणों का खुलासा, जेल ब्रेक के एक प्रकरण में तीन, ईनामी बदमाशों के आठ मामलों में 10 आरोपी, छीना-झपटी के तीन प्रकरणों में चार आरोपी, नकल प्रकरण के पांच मामलों में 24 आरोपियों को पकड़ा।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26