स्थायी लाइसेंस का ड्राईविंग टेस्ट सरकारी जमीन पर,ठेका निजी कंपनी को देने पर सरकार कर रही विचार....इंटक ने जताया विरोध - Khulasa Online स्थायी लाइसेंस का ड्राईविंग टेस्ट सरकारी जमीन पर,ठेका निजी कंपनी को देने पर सरकार कर रही विचार....इंटक ने जताया विरोध - Khulasa Online

स्थायी लाइसेंस का ड्राईविंग टेस्ट सरकारी जमीन पर,ठेका निजी कंपनी को देने पर सरकार कर रही विचार….इंटक ने जताया विरोध

खुलासा न्यूज,बीकानेर। स्थायी लाईसेंस लेने के लिए व्यक्ति को लाईसेंस के ड्राईविंग टेस्ट ट्रेक पर गाड़ी चलाकर परीक्षण देना होता है और यह ट्रेक बीछवाल स्थित प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय में स्थित है जबकि ट्रेक परीक्षण का ठेका निजी कंपनी को देने पर सरकार विचार कर रही है। इस बात का पता चलते ही भारतीय राष्ट्रीय ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फैडरेशन इंटक के उपाध्यक्ष हेमंत किराडू ने निजीकरण का विरोध करते हुए मंगलवार को ट्रेक पर ही आरटीओ ओमप्रकाश मारु को बुलाकर कहा कि जब ड्राईविंग टेस्ट ट्रेक सरकारी जमीन पर है और ठेका निजी कंपनी को दिया जा रहा है। ये दोगलापन क्यों। निजी कंपनी को अपनी जमीन पर ट्रेक खड़ा करना चाहिए। इससे निजी कंपनी द्वारा सरकारी जमीन पर ड्राईविंग टेस्ट कराने पर सरकार को करोड़ों रुपयों का राजस्व चूना लगेगा। उन्होंने ट्रेक मापदंड को गलत बताते हुए यह भी कहा कि यह बिल्कुल भी सही नहीं है। इस सम्बन्ध में शीघ्र ही जयपुर जाकर सीएम अशोक गहलोत से एक शिष्टमण्डल मिलेगा और अवगत कराएगा। किराडू ने भारी वाहन चालक रिन्यूवल लाइसेंस में चालक ड्राईविंग स्कूल से प्रमाण पत्र की मांग का भी विरोध दर्ज कराया और कहा कि यह बिलकुल भी उचित नहीं है। जबकि ट्रक चालक 30 वर्षों से ट्रक चला रहा है अब वह ड्राईवर कहां से ड्राईविंग स्कूल का प्रमाण पत्र लाएगा। बीकानेर ऑटो यूनियन इंटक के समीर खान, फोरव्हीलर लोडिंग यूनियन इंटक के लियाकत, महबूब हमाल सहित अनेक ने भी विरोध दर्ज कराया।

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