बीकानेर में कोविड हॉस्पिटल / ‘जिंदा रहना है तो यहां इलाज नहीं हो सकता, मुझे बाहर ही जाना पड़ेगा’ - Khulasa Online बीकानेर में कोविड हॉस्पिटल / ‘जिंदा रहना है तो यहां इलाज नहीं हो सकता, मुझे बाहर ही जाना पड़ेगा’ - Khulasa Online

बीकानेर में कोविड हॉस्पिटल / ‘जिंदा रहना है तो यहां इलाज नहीं हो सकता, मुझे बाहर ही जाना पड़ेगा’

-हॉस्पिटल से उठ रहे विश्वास को फिर से क़ायम करने के लिए पीबीएम अधीक्षक को
करना होगा काम

खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । बीकानेर में कोरोना का ग्राफ़ लगातार बढ़ता जा रहा है । बढ़ते ग्राफ़ से जिले वासियों में काफ़ी तनाव देखा जा रहा है । इस बीच बीकानेर के सबसे बड़े हॉस्पिटल PBM में बदहाली फिर सामने आने लगी है। अस्पताल के जिस MCH विंग में रोगियों को भर्ती किया जा रहा है, वहां मशीने काम नहीं कर रही है। रोगी के परिजनों की शिकायत थी कि सफाई कर्मचारी छोटे से काम के लिए पांच सौ रुपए तक की डिमांड कर रहे हैं।

 

पीबीएम अस्पताल के एमसीएच विंग में अधिकांश वो रोगी भर्ती है, जो किसी अन्य रोग के कारण अस्पताल में भर्ती थे लेकिन इनकी कोविड जांच पॉजिटिव आ गई। ऐसे में कैंसर जैसे गंभीर रोग से पीड़ित रोगी को भी इस वार्ड में लाकर पटक दिया गया है। खुद कैंसर रोगी जयशंकर ने कहा कि जिंदा रहना है तो यहां इलाज नहीं हो सकता, मुझे बाहर ही जाना पड़ेगा। जयशंकर को यहां भर्ती हुए दो घंटे बीत चुके थे, लेकिन संभालने के लिए कोई नहीं आया।

हॉस्पिटल से लगातार विश्वास उठ रहा है । इस विश्वास को फिर से क़ायम करने के लिए पीबीएम अधीक्षक को विशेष काम करने की ज़रूरत है ।

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