भारतीय संस्कृति के विलुप्त होते खेलों के प्रति बीएसएफ जागरूक : डीआईजी पुष्पेंद्र। - Khulasa Online भारतीय संस्कृति के विलुप्त होते खेलों के प्रति बीएसएफ जागरूक : डीआईजी पुष्पेंद्र। - Khulasa Online

भारतीय संस्कृति के विलुप्त होते खेलों के प्रति बीएसएफ जागरूक : डीआईजी पुष्पेंद्र।

खुलासा न्यूज, बीकानेर। खाजूवाला।उप महानिरीक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर ने अपने सीमा प्रवास के दोहरान बीएसएफ खिलाड़ियों की रुचि भारतीय संस्कृति के विलुप्त के कगार पर खेल रस्साकशी प्रतियोगिता, हाथ पंजा लड़ाना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।प्राचीन समय मे लोग चौपाल में इकट्ठा होकर यह खेल खेला करते थे इन खेलों से व्यक्ति की मर्दाना शक्ति का प्रदर्शन होता था और लोगो की इन खेलों के प्रति जागरूक होते थे इन खेलों को खेलने के लिए विशेष प्रकार के खेल मैदान की आवश्यकता नहीं पड़ती है आज सीमा चौकियों पर रस्साकशी, पंजा लड़ाना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 127वी वाहिनी बीएसएफ,114वी वाहिनी बीएसएफ,23वी वाहिनी बीएसएफ के टीमों ने भाग लिया जिसमे दोनों प्रतियोगिताओं में 127वी वाहिनी अव्वल रही।डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने विजेता टीम को उचित पारितोषिक देकर हौसला अफजाई की एवम अपने उध्बोधन में बताया कि खेल को खेल की भावना से खेले।खेलो के प्रति जागरूक लाये क्योंकि इनसे ही “पहला सुख नीरोगी काया “के मुकाम को हासिल किया जा सकता है 127 बटालियन के कमांडेंट अमिताभ पंवार ने विजेता एवम उपविजेता टीम को बधाई एवम शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर 114 बटालियन के कमांडेंट हेमंत कुमार यादव, उप कमांडेंट विनय कौशल, समस्त कंपनी कमांडर,अधीनस्थ अधिकारी एवम जवान उपस्थित थे।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26