
समय से पूर्व जन्मे बच्चे को बीसीएच अस्पताल में लाए, 93 दिन बाद सकुशल दी छुट्टी



बीकानेर. बीकानेर के निजी अस्पताल में जन्म से पूर्व बच्चा हो गया। इस बच्चे का जन्म 23वें सप्ताह में हुआ। जन्म के समय बच्चे का वजन मात्र 600 ग्राम था तथा बच्चे के पिता कन्हैयालाल बच्चे को बीसीएच अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में डॉ. एल.सी.बैद ने अपनी टीम की सहायता से बच्चे का इलाज अस्पताल की एनआईसीयू यूनिट में वेंटिलेटर पर शुरू किया। डॉ. बैद ने बताया कि नवजात को प्राकृतिक रूप से विकसीत होने के लिए मां के गर्भ जैसे माहौल की जरूरत थी। इसलिए अस्पताल में मौजूद उपकरणों की मदद से उसे गर्भ जैसा माहौल दिया गया। जिससे बच्चे में फेफड़ों और शारीरिक विकास होने लगा। बीसीएच अस्पताल की टीम की कड़ी मेहनत और लगन से 93 दिन बाद बच्चे का वजन 2 किलो हो गया तब उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। डॉ. बैद के अनुसार उनकी अस्पताल में हर महीने 15-20 के करीब ऐसे बच्चे आते है जिनका वजन एक किलो से कम होता है या वो समय से पूर्व जन्मे होते हैं। विगत दो सालों में लगभग 270 ऐसे बच्चों का इलाज बीसीएच अस्पताल में सफलतापूर्वक करके बच्चों को जीवनदान दिया है। इस अस्पताल में प्री मेच्योर बच्चों की चिकित्सा के लिए लेवल-3 का नवीनतम एनआईसीयू जिसमें एसएलई 5000 एण्ड एचएफओ वेंटिलेटर, सी पेप, डायलिसिस इकाई, ब्लड इंचार्ज सेंट्रलाइजड व बच्चों के विशेष नर्सिंगकर्मी 24 घंटे उपलब्ध रहते है।
बच्चे के पिता कन्हैयालाल व माता मोहिनी देवी ने डॉ. शैफाली दाधीच, डॉ.एल.सी.बैद व डॉ.एलसी बैद चिल्ड्रन अस्पताल की पूरी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि शादी के 15 साल बाद उनके घर में संतानरूपी मुस्कान आई है।

