
राजस्थान के लिए छूटा काला पानी, CM @ashokgehlot51 इस मामले में गंभीर



हरिके बैराज के पांच में से दाे गेटाें से काला पानी साफ आता दिख रहा है। इस बीच गंदा पानी छोड़े जाने की सूचना से जलदाय विभाग के अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर कहा कि नहर में काला पानी आ रहा है, लेकिन नहर विभाग की ओर से कोई सूचना नहीं मिली।
अगर समय पर सूचना नहीं मिली तो हालात 2018 जैसे हाे जाएंगे। 2018 में भी इसी तरह काला पानी आया था, जिसकी वजह से कई दिनाें तक पेयजल सप्लाई के लिए पानी नहीं लिया गया था। शर्मा ने जलदाय विभाग के सभी अभियंताओं को निर्देश दिए कि मसीतावाली हैड से जैसे ही गंदा पानी आगे बढ़े तो पीने वाली स्कीमों से पानी लेना बंद कर दें। गंदा पानी निकलने के चार घंटे बाद तक पानी ना लें।
शर्मा ने मसीतावादी हैड, बिरधवाल हैड पर अपनी टीम भी भेजी है, टीम को पानी की सैंपलिंग लेने के लिए लगाया गया है। उधर, रविवार काे हरिके से निकले गंदे पानी को बीकानेर आते करीब 7 दिन लगेंगे। सात दिन में हरिके बैराज से छोड़ा गया पानी जब तक बीकानेर पहुंचेगा, तब तक गंदगी पानी में घुल जाएगी। उसके बाद गंदे और साफ पानी में पहचान करना भी मुश्किल होगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस गंदे पानी को निकालने का पंजाब-राजस्थान बार्डर पर इंतजाम किया गया है। यदि थोड़ा बहुत पानी आगे भी बढ़ा तो उसे 507 हैड पर निकाल दिया जाएगा। बीकानेर, जैसलमेर, जाेधपुर, बाड़मेर, झुंझुनूं, चूरू और सीकर तक नहीं पहुंच पाएगा। अगर नहर विभाग इस पानी को नहीं निकालेगा तो भी जलदाय विभाग इस पानी को नहीं लेगा और नहर के गेट बंद कर देगा।

