
नम्रता वृष्णि के रूप में बीकानेर के विकास की स्वप्नदृष्टा बनी जिला कलेक्टर






नम्रता वृष्णि के रूप में बीकानेर के विकास की स्वप्नदृष्टा बनी जिला कलेक्टर
बीकानेर। देर रात जारी हुई आईएएस की तबादला सूची में बीकानेर के जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल का ट्रांसफर कर दिया गया है। उनकी जगह तेज तर्रार आईएएस नम्रता वृष्णि को बीकानेर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही अब बीकानेर को नीरज के पवन के बाद एक बार फिर नई कलेक्टर नम्रता वृष्णि से काफी कुछ उम्मीदें है। नम्रता वृष्णि इससे पहले भी बीकानेर में जिला परिषद् की सीईओ के रूप में कार्य कर चुकी है। उस समय भी उनकी ओर से चलाए जाने वाले जागरूकता अभियान और उनकी ओर से जारी आदेश चर्चाओं का विषय भी रह चुके है। ऐसे में बीकानेर को एक बार फिर नई कलेक्टर से काफी कुछ उम्मीद है। जिले में पर्यटन महत्व और ग्रामीण विकास सहित जल जीवन मिशन तथा स्वच्छता मिशन के पंख लगते नजर आ रहे हैं। नम्रता वृष्णि जब यहां जिला परिषद की सीईओ थी तब लूणकरणसर की नमक की झील को पर्यटन की दृष्टि से नए आकार की अभूतपूर्व योजना शुरू की जाने वाली थी, नम्रता वृष्णि ने अनेक बार राष्ट्रीय उच्च मार्ग स्थित इस विशाल प्राकृतिक झील का न केवल विहंगावलोकन किया बल्कि लूणकरणसर कस्बे के सिवरेज के पानी को ड्रेनेज कर उसका ट्रीटमेंट कर इस झील में लाने की योजना भी बनाई थी, इसके लिया पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत उन्होंने एलडीएफ (लूणकरणसर डवलपमेंट फाउंडेशन) की नींव भी रखी थी और एक ही दिन में ढाई लाख से अधिक की राशि भामाशाहों से इसके लिए घोषित भी करवाई थी। इसी प्रकार देवीकुंड सागर का जीर्ण शीर्ण ऐतिहासिक सरोवर अपने पुरातन वैभव में लौटाने के लिए नरेगा सहित विभिन्न योजनाओं का समन्वय किया जाना प्रस्तावित था,कचरे और गोबर से खाद बनाने का कार्य घर घर ढाणी ढाणी शुरू होने की संभावनाएं बनी थीं और इन पर गंभीर कार्यान्वयन भी कमोबेश शुरू हो गया था, लेकिन स्थानांतरण हो जाने के कारण इन में से किसी भी कार्य को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका था। नम्रता वृष्णि ने जिले के सरपंचों को ले कर अनेक ऐसे स्थलो की एक्सपोजर विजिट भी करवाई और ग्रामीण विकास तथा पंचायत राज विभाग की योजनाओं को शिद्दत एवम ईमानदारी से लागू किया। पर्यटन की दृष्टि से बीकानेर महत्वपूर्ण जिला होने की वजह से अब पर्यटन स्थलों के विकास की भी उम्मीद जग गई है।


