महापौर साहिबा एक बार फिर बातों में विकास की बात करेगी, जो पिछले 4 साल में जीरो रहा - Khulasa Online महापौर साहिबा एक बार फिर बातों में विकास की बात करेगी, जो पिछले 4 साल में जीरो रहा - Khulasa Online

महापौर साहिबा एक बार फिर बातों में विकास की बात करेगी, जो पिछले 4 साल में जीरो रहा

– पत्रकार कुशाल सिंह मेड़तिया की खास रिपोर्ट
बीकानेर। घोषणा है घोषणाओं का क्या…यह तो हर बार ही होती है। लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाती है। कुछ ऐसा ही बीकानेर नगर निगम में भी। यहां भी हर साल बजट पेश होता है, बड़ी-बड़ी घोषणाऐं की जाती है। बस पूरी नहीं हो पाती है। शहर की सरकार की ओर से पिछले साल भी कई बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो कर दी गई। लेकिन उनको आज तक भी पूरा नहीं किया जा सका है। बजट की राशि भी साल दर साल बढ़ रही है। लेकिन शहर को कुछ भी खास नहीं मिल रहा है। खैर बड़ी घोषणओं की तो छोड़ो शहर की सफाई व्यवस्था ही अभी तक तो सही ढंग से सुचारु नजर आती नहीं है। स्थिति तो यह है की पिछले दिनों महपौर एक कार्यक्रम में गई तो वहां पर ही स्थानीय लोगों ने सफाई व्यवस्था को लेकर ज्ञापन तक सौंप दिया। ऐसे में सवाल तो यही उठता है की जब सफाई व्यवस्था ही सही ढंग से सुचारु नहीं हो रही तो फिर बड़े प्रोजेक्ट्स पर तो काम होगा ही कैसे।

 

अब एक बार फिर बुधवार को महापौर अपने कार्यकाल का अंतिम बजट वेटरनरी विश्विद्यालय के ऑडिटोरियम में पेश करेंगी। जी हां आपने सही पढ़ा वेटरनरी विश्विद्यालय के ऑडिटोरियम में। क्योंकि नगर निगम के सभा हॉल में 80 पार्षदों के बैठने की व्यवस्था ही नहीं है। इसलिए किराए का भवन लेकर उसमें साधारण सभा का आयोजन किया जा रहा है। जबकि बजट में ही नगर निगम की नई बिल्डिंग की घोषणा की गई थी। लेकिन आज तक एक ईंट भी नहीं लग सकी है। पार्षदों का भत्ता बढ़ाने का भी प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन वो भी नहीं बढ़ सका। वार्डों में विकास कार्य होने थे, लेकिन स्थिति क्या है सभी जानते है। पिछले चार सालों की बात करें तो शहर में निगम की ओर से बड़े काम कम ही हो सके। जबकि शहर काफी कुछ उम्मीदें थी।

इस बार 500 करोड़ से अधिक का बजट
नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रस्तावित बजट को सदन में पेश करने के लिए बजट साधारण सभा बुधवार को वेटनरी ऑडिटोरियम में होगी। निगम महापौर वित्तीय वर्ष 2024-25 के 553 करोड़ रुपए के प्रस्तावित बजट को सदन में पेश करेंगी। बीकानेर नगर निगम के इतिहास में यह पहला अवसर होगा, जब किसी महापौर की ओर से 500 करोड़ रुपए से अधिक का प्रस्तावित बजट सदन में रखा जाएगा। पहला प्रस्तावित बजट वित्तीय वर्ष 2020-21 में 373 करोड़ रुपए का सदन में पेश किया था। इसके बाद के वित्तीय वर्षों में 377 करोड़, 362 करोड़ और 419 करोड़ रुपए के प्रस्तावित बजट सदन में पेश किए। इस बार 553 करोड़ रुपए का बजट सदन में पेश करेंगी। यह चालू वित्तीय वर्ष के प्रस्तावित बजट की तुलना में 134 करोड़ रुपए अधिक है।

 

 

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