पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पकड़ा गया शातिर अंतरराज्यीय ठग - Khulasa Online पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पकड़ा गया शातिर अंतरराज्यीय ठग - Khulasa Online

पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पकड़ा गया शातिर अंतरराज्यीय ठग

जयपुर। लड़कियों को पर्सनल असिस्टेंट की नौकरी लगवाने, स्कूल में प्रवेश दिलवाने, बैंक से लोन दिलवाने व पैकिंग मशीन दिलवाने के नाम पर झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाला शातिर बदमाश को जयपुर में कोतवाली थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्त में आया आरोपी ठगी के मामले में लखनऊ में भी गिरफ्तार हुआ था। जहां से वह जमानत पर बाहर आकर जयपुर में ठगी करने लग गया।
डीसीपी (उत्तर) परिस देशमुख ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी संदीप धाकड़ (27) निवासी गांव कुम्हेर गेट, बैर तहसील जिला भरतपुर का रहने वाला है। उसके खिलाफ 25 सितंबर को बोरड़ी का रास्ता, किशनपोल बाजार निवासी रीना सोनी ने एक मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि उसने अखबार में नौकरी लगवाने का विज्ञापन देखकर संदीप धाकड़ से मोबाइल फोन के जरिए संपर्क किया था। तब संदीप ने रीना को सी-स्कीम स्थित ऑफिस में मिलने बुलाया।
वहां संदीप ने रीना को नौकरी लगवाने और उनकी बेटी का एडमिशन केवी स्कूल में करवाने के नाम पर 65,000 रूपये वसूल कर हड़प लिए। इसके बाद ऑफिस बंद कर फरार हो गया। तब थानाप्रभारी विक्रम सिंह चारण व सबइंस्पेक्टर हेमंत जनागल के नेतृत्व में गठित टीम ने संदीप धाकड़ की तलाश शुरु की। जिसमें कांस्टेबल अविनाश, मेघराज, निजामुद्दीन व हैडकांस्टेबल गायत्री व गोकुलचंद की टीम ने संदीप को जयपुर में ही धरदबोचा।
इस तरह करता है ठगी की वारदात
कोतवाली एसीपी मेघचंद मीणा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि संदीप धाकड़ ने सी-स्कीम में फर्जी आईडी व पैन कार्ड से किरायानामा तैयार करवाकर गणेशम एण्टरप्राईजेज के नाम से ऑफिस खोला। इसके बाद अखबारों में नौकरी लगाने, स्कूलों में प्रवेश दिलाने, लोन दिलाने, पैकिंग मशीन दिलाने आदि के मनमोहक विज्ञापन देना शुरु कर दिया।
इससे जरुरतमंद लोगों ने संदीप धाकड़ से संपर्क किया। तब वह अपने ऑफिस में बुलाकर लोगों को झांसा देकर पैसे वसूलने लग गया। काम नहीं होने पर टालमटोल कर उलझाए रखता है। इस तरह लाखों रुपए हड़पकर संदीप धाकड़ ऑफिस के ताले लगाकर फरार हो गया। वह जयपुर में फर्जी आईडी से किराये पर कमरा लेकर रह रहा था। पहचान छिपाने के लिए किराए से रहता है, कमरा बदलता रहता है
एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर के मुताबिक संदीप अपनी पहचान छिपाने के लिये लगातार अपना निवास बदल रहा था। उसके कब्जे से कई एटीएम, चैक बुक, ब्लैक चैक, बैंक पास बुक, पांच-छह सिम कार्ड, तीन मोबाइल फोन व हिसाब किताब की डायरियां बरामद हुई हैं। प्रारंभिक पड़ताल में संदीप धाकड़ के बैंक अकाउंटस में लाखों का लेन देन सामने आया है। जिनके संबंध में बैंक स्टेटमेंट प्राप्त कर अनुसंधान किया जा रहा है। पुलिस ने संभावना जताई है कि संदीप से पूछताछ में देशभर में ठगी की कई वारदातों का खुलासा हो सकता है। संदीप धाकड़ लखनऊ के नाका थाना में 2020 में गिरफ्तार हो चुका है। वह कुछ समय पहले ही जमानत पर बाहर आया हुआ है। संजय के खिलाफ जयपुर में ही कोतवाली थाने पर अन्य पीडि़त संजय जैन ने भी पैकिंग मशीने दिलाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज करवाया है।

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